Dumka: झारखंड के दुमका जिले में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां लाश को लेकर ससुर और बहू में ही विवाद हो गई. ससुर बिंदेश्वरी राउत बेटे दिवाकर के लाश का हिन्दू रीति से अंतिम संस्कार करना चाहते थे, जबकि पत्नी सुल्ताना मुस्लिम रिवाज से. बाद में पुलिस ने विवाद सुलझाते हुए पत्नी को लाश सौंप दिया.
दरअसल दुमका के बक्शीबन्ध निवासी बिंदेश्वरी राउत के बड़े बेटे दिवाकर राउत ने साल 2007 में मुस्लिम समुदाय की लड़की सुल्ताना से प्रेम विवाह (love marriage) किया था. यह विवाह परिवारवालों की मर्जी के खिलाफ हुई थी. इसलिए पिता ने बेटे को घर से बेदखल कर दिया. घर से निकाले जाने के बाद दिवाकर पत्नी के साथ अलग रहने लगा. वक्त के साथ दोनों के 2 बच्चे हुए. एक लड़का और एक लड़की. दिवाकर ने जी-तोड़ मेहनत कर दुधानी में एक छोटा सा घर भी बना लिया. जिसमें पत्नी और बच्चों के साथ खुशी-खुशी रहने लगा. जीवकोपार्जन के लिए उसने एक छोटा सा गेराज भी खोल लिया. वहीं, पिछले 2 सालों से पत्नी के साथ विवाद होने लगा. विवाद इतनी बढ़ गयी कि वह पत्नी और बच्चों को छोड़ कर किराए के घर मे अकेला रहने लगा. इस दौरान वह कई तरह की बीमारियों से ग्रसित हो गया. उपचार के बीच फूलो झानो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में आज उसकी मौत हो गयी. दिवाकर की मौत की खबर सुनकर उसके पिता और परिवार वाले फूलो झानो मेडिकल कॉलेज पहुचे, जहां पत्नी सुल्ताना बीबी भी मौजूद थी.
लाश को ले जाने के लिए पिता और पत्नी में विवाद होने लगा और दोनों लाश को अपने अपने साथ ले कर जाने की जिद पर अड़ गए. पत्नी मुस्लिम रीति-रिवाज से तो पिता हिन्दू रीति-रिवाज से लाश का अंतिम संस्कार करना चाहते थे. यह बात आस-पास के लोगों को मालूम हुआ. काफी तादाद में दोनों समुदाय के लोग फूलो झानो मेडिकल कॉलेज (Phulo Jhano Medical College And Hospital) में जमा हो गए. माहौल बिगड़ता देख इसकी जानकारी पुलिस को दी गयी. मामले की गंभीरता को देखते हुए SDPO नूर मुस्तफा अंसारी, DSP बिजय कुमार और नगर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची. दोनों पक्षों से बात कर समझाने का प्रयास किया गया. अंत में पुलिस ने लाश को पत्नी के हवाले कर दिया. वहीं, पिता ने पुलिस को लिखकर दिया कि लाश पर उसका कोई दावा नहीं है. पुलिस की निगरानी में पत्नी पति के लाश को लेकर गयी और मुस्लिम रीति रिवाज से उसका अंतिम संस्कार करने की तैयारी में जुट गई.
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