Jharkhand में जारी राजनीतिक संकट के बीच दुमका की Ankita Kumari की निर्मम हत्या ने माहौल को गर्मा दिया है. एकतरफा प्यार में मारी गई लड़की को इंसाफ दिलाने के लिए लोग सड़क पर हैं, वहीं पुलिस की कार्यशैली पर कई सवाल उठ रहे हैं. दुमका के व्यवसायी संजीव सिंह की बेटी अंकिता को 23 अगस्त को जली अवस्था में दुमका के फूलो झानू मेडिकल कॉलेज अस्पताल (Phulo Jhanu Medical College Hospital) लाया गया था. इसके बाद अंकिता को जलाने के आरोपी शाहरुख के खिलाफ पुलिस ने जो FIR दर्ज की थी, उसमें अंकिता को बालिग बताया गया है. लेकिन तफ्तीश में पता चला कि वह नाबालिग है. इसलिए सवाल उठ रहा है कि FIR में उसे क्यों बालिग बताया गया और या जानबूझकर हुआ या अनजाने में और इसके पीछे का कारण क्या है.
बताया जा रहा है कि अंकिता के मैट्रिक के रिजल्ट पर उसकी जन्मतिथि 26.11.2006 अंकित है. इसका अर्थ है कि घटना के वक्त अंकिता की उम्र सोलह साल थी यानी कि जब घटना हुई वह नाबालिग थी. इससे सवाल उठता है कि आखिरकार पुलिस ने उसे FIR में बालिग क्यों बताया. वहीं, इस मामले पुलिस ने बताया कि अस्पताल में अंकिता के परिजनों ने ही कहा था कि वह बालिग है. अब यह पता चल रहा है कि वह नाबालिग है तो हम लोग इसे अपने FIR में ले आएंगे. उन्होंने कहा कि मामला हत्या का है. इसलिए नाबालिग हो या बालिग उस पर हत्या का ही मुकदमा चलेगा.
Average Rating