Jharkhand News: 20 वर्ष में विरोधी दलों की सरकारों ने झारखंड को समस्याओं की गर्त में धकेल दिया है. झारखंड को जो घाव मिले, उनको भरने में समय लगेगा. ये 20 महीने में कैसे ठीक होंगे. हमारी सरकार झारखंड को समस्याओं से उबार रही है. यह बात मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) ने बुधवार को गिरिडीह के झंडा मैदान में जनसभा को संबोधित करते हुए कही. उन्होंने आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम का शुभारंभ किया और बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सावित्री बाई फूले किशोरी समृद्धि योजना की शुरुआत की. इस दौरान 391 करोड़ की 48 योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास कर लाभुकों के बीच परिसंपत्तियों का वितरण किया.
दरअसल, सीएम ने कहा कि पहले शिकायतें आती थी कि योजनाओं का लाभ मिलने की बात दूर, ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी अफसर नहीं पहुंचते. इसे देखते हुए यह कार्यक्रम शुरू किया. पिछले वर्ष इस कार्यक्रम के तहत 6000 शिविर लगे. लाखों की समस्याओं का समाधान हुआ. पहले योजनाएं कागज पर रह जाती थी, अब उनका लाभ देने अधिकारी आपके पास जा रहे हैं. झारखंड में गरीबों की संख्या अधिक है. हर गरीब को पेंशन देने के लिए प्रधानमंत्री से मदद मांगी, बावजूद पीएम ने हमारी नहीं सुनी. तब सर्वजन पेंशन योजना लागू कर सभी को पेंशन का लाभ देने की दिशा में पहल की गई. विरोधियों की सरकार देने नहीं छीनने वाली थी. उस सरकार ने 12 लाख राशनकार्ड रद किए, हमने 20 लाख नए राशन कार्डधारियों को जोड़ा. हर प्रखंड में माडल स्कूल बनाकर बच्चों को प्राइवेट विद्यालयों की तर्ज पर निश्शुल्क शिक्षा दिलाएंगे.
सीएम सोरेन ने कहा कि पहले की सरकारें न सुनती थी, न समस्या का समाधान करती थी। लाठी चलाना और गरीबों की जान लेना जानती थी। हमारी सरकार सुनती है और करती है. शिक्षा विभाग में 25 हजार नियुक्तियां होने जा रही हैं। हमारे कार्यकाल में 250 बीडीओ-सीओ और कलेक्टर बने। इनमें 33 गरीब और मजदूर के बेटे-बेटी हैं। एससी, एसटी और ओबीसी बच्चों को छात्रवृत्ति देकर पढ़ने के लिए विदेश भेज रहे हैं। 1932 के खतियान पर आधारित स्थानीय नीति, पिछड़ों को 27 फीसद आरक्षण, सेविका-सहायिका के मानदेय में वृद्धि को विरोधी पचा नहीं पा रहे.
वहीं, हेमंत सोरेन ने कहा कि विरोधी ईडी और सीबीआइ (ED, CBI) से डरा रहे हैं, मगर झारखंडी डरने वाले नहीं हैं. राज्य का विकास आपके सहयोग से होगा। हम आपको रास्ता दिखा सकते हैं, चलना आपको होगा, तभी मंजिल मिलेगी।बाबूलाल की मानसिकता समझ से परे बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) का नाम लिए बिना कहा कि अघोषित विधायक दल के नेता को मान्यता नहीं है, मगर वे सरकार को भ्रष्ट कह रहे हैं. उनकी मानसिकता समझ से परे है.
Average Rating