शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज (Sheikh Bhikhari Medical College) की इंतेज़ाम किस हद तक ख़राब है इसका नजारा मंगलवार को 3 विधायकों और एक पूर्व सांसद ने भी देखा। अस्पताल में भर्ती एक बलात्कार पीड़िता से मिलने शाम 7.30 बजे BJP अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सह चंदनकियारी विधायक अमर बाउरी, सिमरिया विधायक किशुन दास, कांके विधायक समरी लाल और पूर्व सांसद सह पलामू अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रभारी आए थे। उसी समय बड़कागांव सोनपुरा निवासी सुबोध महतो बीमार पिता मोहन महतो को लेकर हॉस्पिटल पहुंचा। वह स्ट्रेचर खोजता रहा, लेकिन नहीं मिला। फिर खुद कंधे पर पिता को उठाया और इमरजेंसी वार्ड ले गया। वह डॉक्टर से इलाज के लिए गिड़गिड़ाता रहा, पर बगैर देखे डॉक्टर ने कहा कि इसे रिम्स ले जाओ। पिता को बचाने के लिए सुबोध तीनों विधायकों के पैरों पर गिर पड़ा, कहा – मेरे पिता का इलाज करवा दीजिए।
इसके बाद तीनों विधायक हॉस्पिटल के अंदर गए। सारी इंतेज़ाम देखी। जिस डॉक्टर ने सुबोध को भगाया था, उसे जम कर फटकार लगाई और उन्हीं से युवक के पिता का उपचार करवाया। इसके बाद बीमार को ICU में भर्ती कराया गया। उसे ऑक्सीजन (Oxygen) की जरूरत थी, लेकिन हॉस्पिटल में ना ही मास्क (Mask) मिला और ना पाइप। बाजार से पाइप लाया गया। बहुत मुश्किल से बाजार से मास्क खरीद कर लाया गया और आधे घंटे बाद उसे मास्क लगाया जा सका। हॉस्पिटल की इंतेज़ाम और मरीज के साथ हुए व्यवहार को लेकर वहां मौजूद कई लोगों की आंखें छलक गई। लोगों को कहना था कि आखिर इंतेज़ाम इतनी बिगड़ी क्यों है। तीनों विधायक भी इंतेज़ाम देखकर अवाक थे।
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