झारखंड : सरायकेला के सदर हॉस्पिटल में मरीज ने खुदखुशी की है. यहां 55 वर्षीय महावीर मार्डी नाम के मरीज ने सदर हॉस्पिटल परिसर में गुरुवार सुबह अपनी जान दे दी. इस मामले को लेकर जानकारी देते हुए सरायकेला सिविल सर्जन डॉक्टर विजय कुमार ने बताया है कि मरीज का नाम महावीर मार्डी था, जो कांड्रा दुगधा पंचायत अंतर्गत श्रीरामपुर गांव का रहने वाला था और मेल वार्ड के बेड नंबर 14 में इलाजरत (Under Treatment) था.
दरअसल, सरायकेला सदर हॉस्पिटल में खुदखुशी को लेकर बताया जा रहा है कि पिछले 30 जनवरी को कमजोरी की शिकायत को लेकर 55 वर्षीय महावीर मार्डी को सदर हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. जहां उनका का इलाज किया जा रहा था. इसी बीच बुधवार की रात को उन्होंने हॉस्पिटल कैंपस में ही अपनी जान दे दी. गुरुवार सुबह जब हॉस्पिटल के कर्मचारी कैंपस में पहुंचे तो उन्होंने शव को नीचे पड़ा हुआ पाया. जिसके बाद पुलिस को इस पूरे मामले की जानकारी दी गयी.
वहीं, बताया जाता है कि मरीज के साथ तीमारदार के रूप में उनकी बहन और चाचा साथ में थे. लेकिन उन्हें देर रात में हुई इस घटना का पता नहीं चल सका. उन्हें भी सुबह ही पूरे मामले की जानकारी मिली. इधर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. हालांकि खुदखुशी की वजह अब तक साफ नहीं हो पाई है फिर भी पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुट गई है. बताया जाता है कि मृतक के साथ परिजन और उसकी बहन भी सोई थी. लेकिन उसे भी पता नहीं चला कि महावीर रात में कब उठकर बालकॉनी में चला गया.
क्या कहते हैं सिविल सर्जनः इस घटना को लेकर सिविल सर्जन डॉ. विजय कुमार ने बताया है कि 55 साल के महावीर मार्डी को कमजोरी की शिकायत थी. जिन्हें बेड नंबर 14 के मेल वार्ड में भर्ती कराया गया था. वो काफी शराब पीते थे और गंभीर हालत में यहां आए थे. सिविल सर्जन ने बताया कि पिछले कई दिनों से महावीर को शराब पीने की तलब लग रही थी और वो बार बार हॉस्पिटल से डिस्चार्ज करने की बात कह रहा था. सिविल सर्जन ने बताया कि नाइट ड्यूटी में तैनात डॉक्टर ने बताया कि मरीज बेड पर नहीं तो महावीर की तलाश की गयी. आखिरकार गुरुवार सुबह उनकी शव परिसर में ही बगल में पाई गयी. मौत को लेकर सिविल सर्जन ने कहा कि महीवार ने दूसरे तल्ले से छलांग कर जान दे दी.
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