रांची: झारखंड के हाई और प्लस टू स्कूलों (High and Plus Two Schools) के शिक्षकों को बीमारी का इलाज कराने के लिए सोचने की जरूरत नहीं है. उनका इलाज अब शिक्षक कर्मचारी कल्याण कोष समिति कराएगी. इसके लिए निर्णय ले लिया गया है. लगभग 1.5 वर्ष बाद इस शिक्षक कर्मचारी कल्याण कोष समिति का गठन किया गया है. इस समिति के अध्यक्ष झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) के अध्यक्ष होंगे. इस समिति के तहत शिक्षकों को इलाज के लिए 3 लाख रुपये मिलेंगे.
आपको बता दें की स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग की ओर से शिक्षकों के इलाज का प्रावधान कर दिया गया है. गठित समिति के अध्यक्ष की जिम्मेदारी झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) के उपाध्यक्ष को दिया गया है. इसके अतिरिक्त जैक के संयुक्त सचिव-1 और वित्त पदाधिकारी सदस्य के रूप में समिति में रहेंगे. इनके अलावा झारखंड इंटर शिक्षक संघ के माहसचिव अरुण कुमार महतो (General Secretary Arun Kumar mahato) और झारखंड राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ के यशवंत विजय शिक्षक प्रतिनिधि के रूप में मनोनीत किये गये हैं. जैक के सचिव महीप कुमार सिंह (Secretary Mahip Kumar Singh) ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है.
दरअसल, शिक्षक कर्मचारी कल्याण कोष समिति के तहत लाभ लेने के लिए कुछ कायदे तय किए गए हैं. इसके अनुसार वैसी बीमारियां जो गंभीर बीमारी की श्रेणी में आते हैं, उन्हीं के इलाज के लिए पैसे दिए जाएंगे. इस समिति का गठन लगभग 1.5 वर्ष बाद किया गया है. इलाज के पैसे लेने के लिए शिक्षकों को आवेदन करना होगा. वहीं आवेदन के साथ बीमारी से संबंधित कागजात देने होंगे. जैक की कल्याण कोष समिति बीमारी व दस्तावेज के आधार पर राशि तय करेगी कि कितनी राशि शिक्षकों को देनी है. डेढ़ साल में करीब 3 दर्जन शिक्षकों के आवेदन लंबित हैं.
हालाकिं, समिति के गठन के साथ ही इस निधि में पैसे में भी बढ़ोत्तरी की गयी है. अब तक अधिकतम डेढ़ लाख रुपये मिला करते थे. शिक्षक-कर्मचारी कल्याण कोष की राशि में बढ़ोतरी की गई है. अब 3 लाख रुपये तक मिल सकेंगे. कल्याण कोष के लिए मैट्रिक व इंटरमीडिएट के छात्र से आवेदन के समय 5-5 रुपये लिये जाते हैं. जितनी राशि होती है, उतनी ही सरकार राशि देती है. इससे ही शिक्षकों को भुगतान किया जाता है.
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