देवघर: देवघर का विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला 2 सालों के बाद लगने जा रहा है. देवघर में आज से श्रावणी मेले की शुरुआत हो चुकी है. कृषि मंत्री बादल पत्रलेख (Agriculture Minister Badal Patrlekh) और स्थानीय सांसद निशिकांत दुबे ने मेले का उद्घाटन किया. इस मौके पर कई प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद थे. मेले में किसी तरह की गड़बड़ी नहीं हो इसके लिए जिला प्रशासन की टीम मुस्तैदी से जुटी हुई है. वहीं, इस श्रावणी मेला में अनुमान लगाया जा रहा है कि 50 से 60 लाख के बीच श्रद्धालु देवघर पहुंचेंगे. यही कारण है कि पुलिस मुख्यालय की तरफ से श्रावणी मेले को लेकर पुख्ता तैयारियां की गई है.
श्रावणी मेले की शुरुआत के साथ ही जिला प्रशासन ने अपनी तैयारियों को मुकम्मल करते हुए झारखंड बिहार के बॉर्डर जुम्मा से लेकर पूरे कमरिया पथ के अलावा मंदिर के इलाके और शहर के उन तमाम इलाकों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं, जहां कांवरियों की कतार से लेकर उनके ठहरने तक की उम्मीद जताई जा रही है. पूरे शहर को सुरक्षा के घेरे में रखा गया है और चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं. श्रावणी मेले के दौरान ड्रोन कैमरा और कमांड कंट्रोल सिस्टम का इंतजाम किया गया है. सभी भीड़भाड़ वाले इलाकों में विशेष बल की तैनाती की गई है. कांवरिया पथ और मेला क्षेत्र में 21 अस्थाई थाना बनाया गया है. वहीं 11 अस्थाई ट्रैफिक थाने भी बनाए गए हैं, ताकि यातायात भी सुचारू रूप से चलता रहे. वहीं पूरे मेला क्षेत्र में भारी सुरक्षा बल की तैनाती की गई है.
देवघर एसपी सुभाष चंद्र जाट (SP Subhash Chandra Jat) ने बताया कि मेला में लगभग 18000 पुलिसकर्मियों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी. पर्याप्त संख्या में पुलिस पदाधिकारियों को भी ड्यूटी लगाया गया है. SP ने बताया कि मेला के लिए रैफ की कंपनी, महिला CRPF की कंपनी के साथ साथ एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉयड, बम डिस्पोजल टीम, डॉग स्क्वॉयड की सेवा ली गई है. मंदिर परिसर की सुरक्षा के लिए सभी प्रवेश द्वार पर DFMD और HHMD के साथ पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती सुनिश्चित की गई है.
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