Ranchi: झारखंड की राजधानी रांची के नामकुम के प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) पर अनाज आपूर्ति करनेवाले ठेकेदार को डरा-धमका कर 5 लाख रुपये वसूलने की बात सही पायी गयी. मामले की जांच कर जिला आपूर्ति पदाधिकारी ने दोषी प्रखंड विकास पदाधिकारी पर कार्रवाई की अनुशंसा की है. उन्होंने DC को सौंपी गयी जांच रिपोर्ट में प्रखंड विकास पदाधिकारी की कारगुजारियों का उल्लेख करते हुए वसूले के रुपये लेने की वीडियो भी समर्पित किया है, जिसमें BDO पैसों के लेन-देन की पुष्टि होती है.
PDS डीलर को अनाज आपूर्ति करने वाले ठेकेदार संजीत कुमार यादव ने 26 मार्च 2022 को जिला आपूर्ति पदाधिकारी से नामकुम बीडीओ के खिलाफ लिखित शिकायत की थी. आरोप के अनुसार, जनवरी महीने में BDO को 5 लाख रुपये दिये गए थे, जिसकी वीडियो क्लिपिंग भी शिकायत के साथ सौंपी गयी थी. वहीं, मौजूदा उपलब्ध साक्ष्य और लोगों द्वारा दिए गए बयान से इस बात की पुष्टि हुई है कि नामकुम के प्रखंड विकास पदाधिकारी ने अपने पद का गलत इस्तेमाल करते हुए ट्रांसपोर्ट और डीलर सहित अन्य कर्मियों को धमका कर पैसे उगाही करने का काम किया है. जांच में यह भी पुष्टि हुई है कि प्रखंड विकास पदाधिकारी, नामकुम द्वारा अपने पद का गलत इस्तेमाल करते हुए अपने पद एवं शक्ति का प्रयोग पीडीएस डीलर एवं पीडीएस कर्मियों में भय एवं दहशत फैलाकर प्रतिमाह अवैध वसूली की व्यवस्था करने के लिए किया गया है.
BDO पर आरोप है कि मार्च 2022 में भी 5 लाख रुपये उन्हें दिए गए. शिकायत में बताया गया था कि रुपये नहीं देने की पर FIR दर्ज करा कर ब्लैकलिस्टेड करने की धमकी दी गई थी. ठेकेदार संजीत कुमार यादव 24 मार्च 2022 को मनीष टीप्पो नामक डीलर के यहां अनाज भेजा, लेकिन कम अनाज मिलने की कथित शिकायत और शंका पर बिना विहित प्रक्रियाओं का पालन किए ही BDO और खरसीदाग ओपी प्रभारी द्वारा 25 मार्च 2022 को अनाज तौला गया और 22 क्विंटल चावल और गेहूं कम मिलने की बात कहते हुए डीलर मनीष टोप्पो से उनके FIR दर्ज करा दी थी. BDO ने इन कार्यकलापों की जानकारी न जिला आपूर्ति पदाधिकारी को, बल्कि अन्य किसी वरीय पदाधिकारी को भी नहीं दी थी.
जिला आपूर्ति पदाधिकारी द्वारा पूरे मामले की जांच करायी गयी. जांच के दौरान 13 लोगों का बयान भी दर्ज किया गया. जिन लोगों के बयान दर्ज किए गए, उससे इस बात की पुष्टि हुई कि BDO द्वारा डरा धमका न सिर्फ रुपये की मांग की गई, बल्कि दबाव डाल कर रुपये लिए भी गए. जिला आपूर्ति पदाधिकारी ने मामले की तहकीकात के दौरान वीडियो क्लीपिंग की भी पुष्टि करायी. इसकी पुष्टि विरजू राम और अंकित कुमार (सहायक गोदाम प्रबंधक, नामकुम) से भी करायी गयी. इसमें संवेदक द्वारा 5 लाख रुपये देने की बात कही जा रही है.
इनके दर्ज किये गये हैं बयान
भरत कुमार, मजदूर
आनन्द महली, मजदूर
संजीत कुमार यादव, ट्रांसपोर्टर
समिउल्लाह खान, जन वितरण प्रणाली दुकानदार
जितेन्द्र राम, मजदूर
अंकित कुमार, सहायक गोदाम प्रबंधक, नामकुम
बिरजू राम, पिता मुनीलाल राम,लेबर इंचार्ज
मिथिलेश कुमार सिन्हा, प्रभारी प्रखण्ड आपूर्ति पदाधिकारी, नामकुम
मनीष टोप्पो, जन वितरण प्रणाली दुकानदार
करमी टोप्पो, जन वितरण प्रणाली दुकानदार
सूरज कुमार मंडल, पिता छवि मंडल, मजदूर
जदु महली, पिता छवि मंडल, मजदूर
मुन्ना मंडल, मजदूर
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