Ranchi :झारखंड में मई-जून में पंचायत चुनाव हो सकते हैं. राज्य में पंचायत चुनाव की चर्चा लंबे समय से हो रही है. पंचायती राज विभाग तथा राज्य निर्वाचन आयोग की अबतक की तैयारी के मुताबिक, पंचायत चुनाव अलग-अलग जिलों में एक से 4 चरणों में होगा. चारों चरण का मतदान मई माह में ही पूरा होगा तथा जून माह में रिजल्ट जारी होगा। किसी भी जिला में अधिकतम 4 चरणों में चुनाव होगा. यह मतदाताओं की संख्या, मतदान केंद्रों की संवेदनशीलता तथा उपलब्ध सुरक्षा बलों के आधार पर तय किया गया है.
इधर, पंचायती राज विभाग (Panchayati Raj Department) ने बिना ओबीसी आरक्षण (OBC Reservation) को लेकर पंचायत चुनाव कराने से संबंधित अधिसूचना शुक्रवार को जारी कर दी. इसके तहत सभी जिलाें के गजट में अधिसूचित अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) को यथा स्वरूप रखा जाएगा. महिला या अन्य जिसके लिए जो अधिसूचित पद हो उसे खुली श्रेणी की सीट मानते हुए ही चुनाव कराया जाएगा. सभी जिला दंडाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि पंचायती राज विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के आलोक में अलग-अलग श्रेणियों की आरक्षित/अनारक्षित निर्वाचन क्षेत्रों से संबंधित जिला गजट में जरूरी संशोधन कर लिया जाए. इस संशोधन पर राज्य निर्वाचन आयोग (State Election Commission) के मंजूरी की जरूरत नहीं होगी.
पंचायत चुनाव EVM की बजाय बैलेट पेपर (ballot paper) से होगा. इसे लेकर 50 हजार बैलेट बाक्स उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) से मंगाए गए हैं. यहां लगभग 52 हजार बैलेट बाक्स पहले से उपलब्ध हैं. आयाेग द्वारा पंचायत चुनाव में कोरोना महामारी (Corona Pandemic) से बचाव को लेकर SOP भी पहले ही जारी कर दिया गया है. आयोग ने पंचायत चुनाव के लिए कुल 53,480 मतदान केंद्र चिह्नित किए हैं. वहीं, पंचायती राज विभाग द्वारा एक-दो दिनों में पंचायत चुनाव को लेकर फाइल मुख्य सचिव के माध्यम से राज्यपाल (Governor) की स्वीकृति के लिए राजभवन भेजी जाएगी. पंचायत चुनाव पर राज्यपाल की स्वीकृति मिलते ही इसकी घोषणा कर दी जाएगी. बताया जाता है कि 10 अप्रैल से पहले पंचायत चुनाव की घोषणा हो जाएगी. राज्य निर्वाचन आयोग ने स्वतंत्र चुनाव चिह्नों को लेकर भी आदेश जारी कर दिया है. प्रत्येक पदों के लिए 24-24 चुनाव चिह्न तय किए गए हैं, जबकि इतने ही चुनाव चिह्न सुरक्षित रखे गए हैं.
राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा उपायुक्तों (Deputy Commissioners) को दिए गए निर्देश के मुताबिक, 6 अप्रैल के बाद मतदान केंद्रों में किसी तरह का बदलाव नहीं होगा. दरअसल, कुछ जिलों से भी अभी भी मतदान केंद्रों में बदलाव के प्रस्ताव आ रहे हैं. राज्य निर्वाचन आयोग ने 6 अप्रैल तक हर हाल में इससे संबंधित कोई प्रस्ताव होने पर देने को कहा है। राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक पंचायत चुनाव की एलान के बाद विशेष परिस्थिति में अपवाद के रूप में ही मतदान केंद्रों में किसी तरह का बदलाव हो सकेगा. वहीं, 6 जिले बोकारो, दुमका, खूंटी, पाकुड़, साहिबगंज, सरायकेला खरसावां से मतदाता सूची के प्रकाशन की सूचना अभी तक राज्य निर्वाचन आयोग को नहीं मिली है. राज्य निर्वाचन आयुक्त ने इन जिलों के उपायुक्तों को हर हाल में 6 अप्रैल तक इसकी सूचना देने को कहा है.
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