Hazaribagh : हजारीबाग में प्रमंडल स्तरीय KCC वितरण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) ने कहा कि आज हमारे सरकार को गिराने में विरोधी लगे हुए हैं. हिंदू-मुस्लिम, अगड़ा-पिछड़ा, आदिवासी-गैर आदिवासी के नाम पर हमें लड़ा रहे हैं. CM सोरेन ने कहा है कि राज्य में गंठबंधन की सरकार है, यह सरकार जो भी काम कर रही है. इन कार्यों का जिनके लिए हम बना रहे हैं. उनको मदद मिल रही है कि नही हम देखना चाहते हैं. CM सोरेन ने कहा है कि उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल का यह हेड क्वार्टर है. आप चतरा, धनबाद, गिरीडीह के विभिन्न पंचायतों से आये हैं. मौजूदा सरकार जो भी कार्य योजना बनाती है, जो भी हम योजनाओं के बारे में विचार करते हैं, उनमें हमारे ग्रामीण, किसान, मजदूर जैसे लोगों को हम कैसे ज्यादा से ज्यादा मदद पहुंचायें. यह हमारी प्राथमिकता रहती है. हमारा मानना है कि जब गांव मजबूत होगा, तो प्रखंड मजबूत होगा. तभी जिला और राज्य मजबूत होंगें. यही कारण है कि हर वो योजना, देखें, वह अमल हो रहा है. किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) में सैकड़ों करोड़ रुपये आपके बीच में वितरित हो रहा है.
CM सोरेन ने कहा है कि पेंशन का समाधान न विधायक न सांसद निकाल पाये. भारत सरकार से कोटा बढ़ाने की अपील की थी. पर कोटा नहीं बढ़ा. हमलोगों ने 15 लाख नया राशन कार्ड जारी किया है. इस साल में 13 लाख और 20 साल में 18 लाख पेंशनधारी ही बने. बैंक कर्मी हमारे प्रति सही नही हैं. सभी को यह काम दिया है. मुझे उम्मीद है कि पदाधिकारी, किसान और बैंकर मिल कर आगे बढ़े. सरकार की योजनाओं को आपकी सरकार के माध्यम से पहुंचाने का काम किया. कई चीजें हैं, जिसे करने की आवश्यकता है. CM सोरेन ने कहा है कि हमने बिरसा हरित ग्राम योजना, दीदी बाड़ी योजना शुरू की है. हमारे राज्य में 70 फीसदी लोग ग्रामीण क्षेत्रों से आते हैं. खेती-बाड़ी करनेवाले हैं. झारखंड देश का सबसे पिछड़ा राज्य है. न जाने क्यों यह पिछड़ा है. हम सब भुक्तभोगी हैं. जो भी योजनाएं बनती थी, वह कागजों में बनती थी. जमीन में क्या होता था. किसी को कोई परवाह नहीं थी. हम किसान क्रेडिट का लाभ किसानों को मिल रहा है कि नहीं, उसे देखने आये हैं.
CM सोरेन ने कहा है कि लोहरदगा में भी मनरेगा से जुड़े कार्यक्रम आयोजित हुए. वहां पर फलदार पौधे लगाये जा रहे हैं. महिलाएं भी लगा रही हैं. पुरुष भी लगा रहे हैं. रिजल्ट बहुत अच्छा आनेवाला है. फलदार वृक्ष लगाने की योजना है. एक एकड़ जमीन पर लाभुक को फलदार वृक्ष लगाने को बढ़ावा दिया जायेगा. आप अपनी जमीन में फलदार वृक्ष लगायें. हम सरकारी जमीन में भी फलदार पेड़ लगवायेंगे, जिसका जिम्मा स्थानीय किसानों को देंगे. पहले वन पट्टा जिलों से दिया जाता था. योजनाओं से भी लोगों को भी लाभान्वित किया जायेगा. हमलोगों ने यह फैसला लिया है कि हम वृक्षों, पेड़ का पट्टा किसानों को देंगे. जमीन रहेगा सरकार का. पेड़ का मालिक किसान होगा. महुआ, आम, लिची, कटहल, अरमूद के पेड़ का मालिक झारखंड राज्य का किसान होगा. ऐसी कई चीजें हैं. CM सोरेन ने कहा है कि दुभार्ग्य है राज्य का. जब खड़ा होने की कोशिश करता है. राज्य गिरने लगता है. चिंता मत किजिए. गांव में किसान है. पर हम किसानों को डगमगाने नहीं देंगे. सुधार को लेकर हमें परेशानी हो रही है. कल भी बिरसा मुंडा हरित योजना को देखा. हेलीकाप्टर से भयानक मंजर देखा. जिसको खेती-बारी से कोई मतलब नहीं है. वहीं, CM ने कहा कि नीति निर्धारण करनेवालों ने ग्रामीण किसानों को भूल कर नीतियां बनायीं. हमें शुरू से काम करना होग.यहां की सरकर मतदाताओं की नहीं समझती.
CM सोरेन ने कहा है कि 20 साल ने जिन्होंने राज किया. वैश्विक महामारी में 2 साल की मार झेल कर कई काम किये. किस तरह मौसम की स्थिति है. किसान करेगा क्या. बेमौसम बारिश हो रही है. 32 साल बाद सरकार ने कृषि पदाधिकारियों की नियुक्ति की. बिचड़ा खरीद लिया, धान खरीद लिया. बीज खरीद लिया. पर खेती नहीं हो रही है. कोई पदाधिकारी समेत कृषिअन्य ने अपना योगदान शुरू कर दिया है. यहां के नौजवानों को पहले JPSC, JASC का फार्म भरने के लिए 600 से 800 देने पड़ते थे. पिछले सरकार के कार्यकाल में मौजूद थे. इस राज्य के हर व्यक्तिओं को पेंशन योजना से जोड़ा है. सभी को पेंशन मिलने लगा है. जो विधवा महिला है, जिनकी उम्र 60 साल से अधिक है. उन्हे पेंशन मिलेगा. पुरानी पेंशन देने का संकल्प हमने लिया है. हमारा लक्ष्य हासिल करे.
वहीं, कार्यक्रम को कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता, उमा शंकर अकेला, विनोद कुमार सिंह, विधायक अंबा प्रसाद और अन्य ने संबोधित किया था.
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