बड़कागांव : एनटीपीसी पकरी बरवाडीह राजा बागी स्थित बड़कागांव में एनटीपीसी ने 47वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया। महाप्रबंधक शिवम श्रीवास्तव ने एनटीपीसी परिसर में ध्वज फहराया एवं केक काटकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। श्री श्रीवास्तव ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि एनटीपीसी उत्तर प्रदेश स्थित सिंगरौली परियोजना की स्थापना से लेकर अब तक हम सफलता की कई सीढ़ियां चढ़ चुकी हैं। विगत 47 वर्षों के इस सफर में 70 परियोजनाओं के साथ अब हमारी कंपनी 70,254 मेगावाट की स्थापित क्षमता के साथ अपने शीर्ष स्थान पर कायम है। वर्ष 2022 में एनटीपीसी को ग्रेट प्लेस टू वर्क इंस्टीट्यूट द्वारा भारत के निर्माण क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ कार्य स्थलों में शेर 30 में स्थान दिया गया है। एनटीपीसी को यह मान्यता लगातार पांचवे वर्ष प्रदान की गई है जो कि हमारे लिए एक गर्व की बात है। हमारी कोल माइंस पकरी बरवाडीह एनटीपीसी परियोजना को इस वित्तीय वर्ष में 16 एमएमटी के लक्ष्य को प्राप्त करना है। उसमें से हमने 30 अक्टूबर 2022 तक 6.4 एमएम टी का उत्पादन सुनिश्चित किया है। इस कार्य के लिए टीम भावना के साथ काम करने की आवश्यकता है।
एनटीपीसी की बाकी परियोजनाएं विद्युत उत्पादन के कार्य में 100 प्रतिशत योगदान दे रही है । वही हमें अपनी परियोजना उन्हें पर्याप्त मात्रा में कोयले की उपलब्धता कराते रहे ताकि देश में बिजली के उत्पादन में कोई बाधा ना आए। हमारी परियोजना के सभी सदस्य अपने इस मिशन में लगे हुए हैं। हमारी 21 परियोजनाओं को पंकरी बरवाडीह परियोजना से उच्च स्तर से कोयले की निरंतर आपूर्ति की जा रही है। पकरी बरवाडीह खनन परियोजना से कोयला निकालने की शुरुआत 7 दिसंबर 2016 को की गई थी तब से लेकर 31 अक्टूबर 2022 तक कुल 40.91 एमएमटी कोयले का उत्पादन किया जा चुका है ।साथ हीं 31 अक्टूबर 2022 तक 10686 द्वारा 38.47 एमएमटी कोयला बानादाग रेलवे साइडिंग से विभिन्न परियोजनाओं को भेजा जा चुका है। यह हमारी टीम भावना से काम करने और विभिन्न परियोजनाओं को कोयले की निर्बाध उपलब्धि करने के संकल्प का ही नतीजा है। इसी के साथ ही तीनों सीटों के काम कर रहे सभी अधिकारियों कर्मचारियों एवं सहयोगी संस्थाओं के कर्मचारियों को विशेष रूप से धन्यवाद व्यक्त करना चाहता हूं। जिनके अथक प्रयास से कोयले का उत्पादन निरंतर तेजी आई है।
परियोजना में सुरक्षा के साथ खनन को संकल्प के रूप में अपनाया है. मैं अपने सभी सहयोगियों से उम्मीद रखता हूं कि हम लोग इसी जोश के साथ काम करते रहेंगे और अपने लक्ष्यों से भी आगे निकल जाएंगे कोयला ढुलाई के लिए बनाई गई कन्वेयर बेल्ट से कोयले की ढुलाई का काम किया जा रहा है। हमारी इंफ्रा डेप्ट की टीम के सभी सदस्य निरंतर इस प्रयास में लगे हुए हैं। सिकरी साइट ऑफिस और खदान में नॉर्थ करणपुरा परियोजना में 220 केवी के बिजली बिछाने का कार्य पूरा हो चुका है। जिससे कोयले के प्रोडक्शन के काम में गति आई है हमारी टाउनशिप में एक सब स्टेशन का निर्माण किया जा रहा है। इसके चालू होने के साथ ही कार्यालय एवं आवासीय परिसर को भी निर्बाध बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी। पर्यावरण संरक्षण हमारी प्रमुखता है हम अपनी परियोजना के आसपास के क्षेत्र को हरा भरा रखने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं पिछले वर्षों में हमने डेढ़ लाख से अधिक वृक्ष लगाए हैं। इस वर्ष भी मानसून के समय में 60,000 से अधिक वृक्ष लगाए जा चुके हैं।
वहीं, ढेंगा कॉलोनी और बानादाग रेलवे साइडिंग एरिया में लगाए गए सभी वृक्ष हरियाली फैला रही है। माइनिंग और आवासीय परिसर को भी हरा भरा रखने के लिए निरंतर वृक्षारोपण किया जा रहा है। हमारी परियोजना द्वारा चलाए जा रहे आईटीआई में फिटर, इलेक्ट्रीशियन और वेल्डर के कोर्स चलाए जा रहे हैं। 2021-22 के सीजन तक 496 विद्यार्थी नामांकन करा चुके हैं। जिनमें से 300 से अधिक विद्यार्थियों ने कैंपस प्लेसमेंट के माध्यम से नौकरी प्राप्त की। वही 25 से अधिक विद्यार्थियों ने उच्च शिक्षा को चुना। परियोजना युवाओं को रोजगार से जोड़ने का काम भी करती आई है इस आईटीआई में प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए युवा प्रोत्साहित हो रहे हैं । साथ ही बड़कागांव के इस आईटीआई को 5 में से 3.04 अंक प्राप्त हुए हैं। आप सभी को यह बताते हुए मुझे काफी खुशी हो रही है कि पूरे झारखंड के 252 आईटीआई में हमारा आईटीआई सातवें स्थान पर है इसी के साथ हजारीबाग में यह सर्वोच्च स्थान पर विद्यमान है। कार्यक्रम में मौके पर उपस्थित लोगों में मुख्य रूप से बादम कोल माइंस के महाप्रबंधक चंद्रशेखर, खनन विभाग के महाप्रबंधक संजीव गुप्ता, मानव संसाधन अपर महाप्रबंधक अमित कुमार अस्थाना, शिव प्रसाद, डीजीएम मृत्युंजय वर्मा, अजीत कुमार ,कमला राम रजक के अलावा कई लोग उपस्थित थे।
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