Monkeypox Virus: दुनियाभर में कोरोना वायरस के बाद अब मंकीपॉक्स (Monkeypox) ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है. हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, अभी तक दुनिया भर में मंकीपॉक्स के 90 से ज्यादा मरीज मिल चुके हैं. ये सारे केस यूके, यूरोपीय देश, उत्तरी अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया समेत 12 देशों में मिले हैं. यह वायरस महज 15 दिन के अंदर इस बीमारी ने 15 देशों को अपने चपेट में ले लिया है. हालांकि भारत में अभी एक भी केस नहीं मिला है. इसी दौरान मुंबई एयरपोर्ट और BMC मंकी वायरस को लेकर अलर्ट पर है.
BMC ने आदेश जारी करते हुए कहा कि जो लोग अफ्रीकी देशों और अन्य ऐसे चिह्नित देशों से यात्रा कर चुके हैं जहां मंकीपॉक्स के लक्षण मिले हैं, उन्हें जांच कराने की जरुरत है. मुंबई एयरपोर्ट से भी यात्रियों की जांच करने को कहा गया है. इससे पहले केंद्र सरकार (Central Government) ने मंकीपॉक्स को लेकर ‘नेशनल सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल (National Center for Disease Control)’ और ‘इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (Indian council of medical research)’ को अलर्ट रहने के लिए कहा है. वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चेतावनी दी है कि किसी भी देश में इस बीमारी का एक मामला भी आउटब्रेक माना जाएगा.
मंकीपॉक्स वायरस एक ऑर्थोपॉक्सवायरस है जो चेचक की तरह तो है, लेकिन यह चेचक से कम गंभीर है. मंकीपॉक्स वायरस पॉक्सविरिडे फैमिली के ऑर्थोपॉक्सवायरस जीन से संबंधित है. 1958 में बंदरों में दो चेचक जैसी बीमारियों का पता लगा था, उनमें से ही एक मंकीपॉक्स था.
इन देशों में फैला मंकीपॉक्स
ब्रिटेन, अमेरिका, इटली, स्वीडन, फ्रांस, स्पेन, पुर्तगाल, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, बेल्जियम, नीदरलैंड्स, इजराइल, ऑस्ट्रिया और स्विट्जरलैंड में मंकीपॉक्स के केस सामने आए हैं. केवल 2 हफ्तों में ही मरीजों की संख्या 100 के पार जा चुकी है. हालांकि, इस बीमारी से अब तक एक भी मौत नहीं हुई है. वहीं, भारत भी मंकीपॉक्स को तेजी से फैलता देख अलर्ट हो गया है. सोमवार को मुंबई के बृहन्मुंबई नगर निगम ने कस्तूरबा अस्पताल में मंकीपॉक्स के संदिग्ध मरीजों के लिए 28 बेड का आइसोलेशन वॉर्ड तैयार कर दिया है. हालांकि, अभी देश में इस बीमारी का एक भी मामला नहीं मिला है.
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