मोहन भागवत बोले – सरकारी नौकरी कितनी दे सकते हैं? लालू ने कहा – सालाना 2 करोड़ नौकरी का वादा सिर्फ वोट बटोरने के लिए!

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Bihar News: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव (Former CM Lalu Yadav) ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत (RSS chief Mohan Bhagwat) के सरकारी नौकरी, प्राइवेट जॉब और खुद के रोजगार वाले बयान की तीखी आलोचना की है. लालू यादव ने नरेंद्र मोदी के नौकरी के वादे की याद दिलाते हुए कहा कि आरएसएस से ठग विद्या सीखकर जुमलेबाज 2 करोड़ सालाना नौकरी का वादा करते हैं और जब फंस जाते हैं तो मोहन भागवत बिना मांगे ज्ञान देने चले आते हैं.

दरअसल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दशहरा कार्यक्रम में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था- “रोज़गार मतलब नौकरी और नौकरी के पीछे ही भागेंगे और वह भी सरकरी. अगर ऐसे सब लोग दौड़ेंगे तो नौकरी कितनी दे सकते हैं? किसी भी समाज में सरकारी और प्राइवेट मिलाकर ज़्यादा से ज़्यादा 10, 20, 30 प्रतिशत नौकरी होती है. बाकी सब को अपना काम करना पड़ता है.”

वहीं, लालू यादव ने मोहन भागवत के इस बयान पर सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर लिखा- “RSS की ठग विद्या से प्रशिक्षित एवं संघ की महाझूठी, महाकपटी पाठशाला से निकले जुमलेबाज विद्यार्थी ही सालाना 2 करोड़ नौकरी प्रतिवर्ष देने का वादा कर वोट बटोरते है? जब-जब RSS-BJP अपनी ही बेफिजूल की बातों में फंसती है तो नफ़रत फैलाने वाले सज्जन बिन मांगा ज्ञान बांटने चले आते है.

मोहन भागवत के बयान को नरेंद्र मोदी सरकार के उस स्टैंड के समर्थन के तौर पर देखा जा रहा है जिसमें सरकार नौकरी और रोजगार को अलग-अलग करके अपनी नीतियों को आगे बढ़ा रही है. नीतीश कुमार को समर्थन देकर बिहार में महागठबंधन सरकार बनाने वाले लालू यादव की पार्टी पर बिहार में 10 लाख लोगों को नौकरी देने का दबाव है जो उनके बेटे तेजस्वी यादव ने 2020 के विधानसभा चुनाव में वादा किया था.

 

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