Jharkhand Crime News: झारखंड के गुमला जिले से मोबलिंचिंग का मामला सामने आया है। यहां जिले के भरनो स्थित रायकेरा जंगल के पास वनवाचर की ग्रामीणों ने हत्या कर दी। वनरक्षी एवं 9 वर्षीय बेटे ने भागकर जान बचाई। रायकेरा, बांधटोली निवासी शमीम अंसारी (42 वर्ष) की हत्या इसी गांव के ग्रामीणों ने लाठी-डंडे से पीटकर कर दी। ये घटना शुक्रवार सुबह 9-10 बजे की है। मृतक वन विभाग में वनवाचर और वन समिति का सदस्य था। वह जंगल की कटाई पर रोक लगाता था।
मिली जानकारी के मुताबिक आज सुबह गांव की कुछ महिलाएं रायकेरा जंगल में लकड़ी काट रही थीं। इसकी जानकारी वनवाचर शमीम अंसारी
(Shamim Ansari) ने वनरक्षी नवलकिशोर को दी। फिर वनरक्षी बाइक पर शमीम अंसारी के साथ जंगल पहुंचे, उन्हें देखकर लकड़ी काट रहीं महिलाएं लकड़ी छोड़कर गांव की ओर भाग गईं। तब वनरक्षी ने कटी हुई लकड़ियों को जब्त किया और विभाग में ले जाने की तैयारी करने लगे। इतने में गांव से 25-30 लोग लाठी-डंडे लेकर उनके पास आये और मारपीट करने लगे। उसके बाद शमीम, वनरक्षी और शमीम का 9 वर्षीय बेटा अनीश भागने लगे।
वहीं, ग्रामीणों ने दौड़ाकर चट्टी रोड के पास शमीम को पकड़ लिया और लाठी-डंडे से पीटपीट कर उसकी हत्या कर दी। फिर ग्रामीण उसके बेटे और वनरक्षी को भी मारने के लिए दौड़ाने लगे, परंतु दोनों ने भागकर अपनी जान बचायी। इधर, सूचना पर शमीम की पत्नी आयशा खातून घटना स्थल पहुंची और शमीम को उठाकर भरनो थाना लायी, परंतु उसकी मौत हो चुकी थी। वनरक्षी ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। फिर थानेदार कृष्ण कुमार तिवारी एवं एसआई सत्यम गुप्ता (SI Satyam Gupta) दलबल के साथ जंगल और घटना स्थल पहुंचे. पुलिस ने जंगल से शमीम के 9 वर्षीय बेटे अनीश और वनरक्षी नवलकिशोर को सकुशल अपने संरक्षण में लिया।
हत्या के बाद बांधटोली गांव से हत्या में शामिल लोग फरार हो गए हैं। पुलिस को मृतक की पत्नी और बेटे ने हत्यारों का नाम भी बताया है। पुलिस इनकी गिरफ्तारी के लिए तलाशी ले रही है। जानकारी के लिए आपको बता दें कि मृतक और हत्या करने वाले सभी मुस्लिम समाज के हैं। पूर्व से ही अपने रिश्तेदारों और ग्रामीणों के साथ शमीम का विवाद था। कई बार ग्रामीणों ने शमीम को घायल भी किया है और मामला थाना भी पहुंचा था। पिछले साल जमीन विवाद में ग्रामीणों ने शमीम को जेल भी भेजा था। जेल से वापस आने के बाद से ही आपसी रंजिश चल रही थी। पूरे गांव में शमीम अकेला पड़ गया था। आज उसकी हत्या कर दी गई।
वहीं इस मामले में थानेदार कृष्ण कुमार तिवारी (Krishna Kumar Tiwari) ने कहा कि वनरक्षी ने जंगल में जाने से पूर्व स्थानीय पुलिस को सूचना नहीं दी थी। अगर लकड़ी जब्त करना था तो पुलिस को साथ लेकर जाते। पुलिस को सूचना मिली होती तो हत्या जैसी घटना नहीं घटती।
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