Ranchi: झारखंड मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) की टीम ने उत्तराखंड ने पकड़ा है. टेंडर घोटाले में टीम उन्हें हिरासत में दिल्ली ले गई है, जहां उनसे पूछताछ होगी. इधर शुक्रवार की सुबह-सुबह की प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पंकज मिश्रा के 12 ठिकानों पर छापे मारी. वहीं, धनबाद जिले में शुक्रवार सुबह से ED की टीम ने पंकज मिश्रा के स्थानीय आवास पर टेंडर घोटाले (Tender Scam) को लेकर छापेमारी की जा रही है. साथ ही साहेबगंज के 12 ठिकानों पर भी कार्रवाई की गई है. ये छापेमारी सुबह 5 बजे ही शुरू हुई. फिलहाल पूरे क्षेत्र को सील कर दिया गया है. साथ ही सभी जगह CRPF तैनात है.
मीडिया खबर के मुताबिक, अन्य जिन जगहों पर छापेमारी हो रही, वो पंकज मिश्रा के करीबी बताए जा रहे हैं. दरअसल साहिबगंज जिले के बरहरवा में जून 2020 के टेंडर विवाद में एक मामला दर्ज किया गया था. जिसे ED ने टेकओवर किया है. बरहरवा का यह केस शंभु नंदन कुमार उर्फ शंभु भगत ने दर्ज कराया था. पूछताछ में शंभू ने ED को बताया कि मंत्री आलमगीर आलम (Minister Alamgir Alam) के भाई की कंपनी नगर पंचायत बरहरवा में वाहन प्रवेश शुल्क वसूली के टेंडर में शामिल थी. उस कंपनी ने एक डमी कंपनी के जरिए 5 करोड़ रुपये तक की बोली लगाई. बाद में पैसा जमा नहीं कराने पर दूसरी बोली 1.46 करोड़ में लगाकर आलमगीर आलम की कंपनी ने ठेका ले लिया. शंभु को इसकी भनक थी, इसलिए उन्होंने इस ठेके को 1.80 करोड़ में ले लिया. उन्होंने बरहरवा थाने में मंत्री आलमगीर आलम और CM के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के इशारे पर मारपीट करने से जुड़ी FIR दर्ज करायी थी. दोनों ही आरोपियों को साहिबगंज पुलिस ने क्लीन चिट दे दी थी.
आप को बता दें कि कुछ दिनों पहले ही पंकज मिश्रा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा था कि वे ED की तहकीकात से डरने वाले नहीं हैं. वो तैयार बैठे हैं और उस दिन का इंतजार कर रहे हैं जब ED उनसे पूछताछ करेंगे. उन्होंने कहा था कि मैंने कोई गलत काम नहीं किया है और हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार हूं.
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