बोकारो. झारखंड के बोकारो में नाबालिग लड़की से 3 माह तक कई बार गैंगरेप (Gangrape) किए जाने का मामला प्रकाश में आया है. जरिडीह की रहने वाली 9वीं की छात्रा से 3 युवकों ने 3 महीने तक सामूहिक दुष्कर्म किया. इस बीच जब नाबालिग ने विरोध करना चाहा तो उसके साथ मारपीट की जाती थी. नाबालिग 20 जुलाई को आरोपियों के चंगुल से निकल कर अपने घर पहुंची. रविवार को नाबालिग महिला थाने पहुंची और केस दर्ज करायी.
पीड़िता के परिजनों ने नाबालिग की गुमशुदगी की लिखित शिकायत जारीडीह थाने में दर्ज करायी थी लेकिन पुलिस हाथ पर हाथ धरकर बैठी रही और नाबालिग के आने का इंतजार करती रही. जब परिजन थाने गए तो बेटी को खुद खोज लेने की भी बात कही. पीड़िता ने आपबीती बताते हुए कहा कि गैंगरेप के दौरान उसे बेरहमी से पीटा जाता था. पीड़िता के बयान पर महिला पुलिस ने पोक्सो एक्ट (Pocso Act) के तहत गैंगरेप की प्राथमिकी दर्ज कर तहकीकात शुरू की. इस मामले में मनोज कुमार, विष्णु कुमार और मंतोष कुमार को आरोपी बनाया गया है. परिवार के अनुसार 20 अप्रैल को नाबालिग घर से कपड़ा खरीदने बहादुरपुर आई थी. इसी बीच जब वह कपड़ा खरीद कर घर लौट रही थी उसी तरह मंतोष जो ऑटो लेकर गया था. तीनों ने मिलकर उसे ऑटो में बैठाया और उसका मुंह बांध दिया. सभी उसे उठाकर पिंडराजोरा थाना क्षेत्र के तेलीडीह स्थित फोरलेन में ले गये और एक कमरे में बंद कर दिया. लगातार उसके साथ तीनों ने बारी-बारी तीन महीने तक गैंगरेप किया. जब आरोपी कमरे से बाहर निकलते थे तो उसका मुंह बांधकर बाहर से कमरे में ताला लगा दिया जाता था. ये लोग पीड़िता को बाहर से खाना लाकर भी खिलाते थे.
वहीं, नाबालिग लड़की ने बताया कि जहां उसे रखा गया था, वहां आसपास कई मकान बने हैं. वहां रहने वाली महिलाएं तीनों आरोपियों की हरकत को लगातार देख रही थी. 20 जुलाई को जब तीनों आरोपी ताला लगाकर चले गए तब एक महिला ने साहस जुटाकर ताला तोड़ दिया. उसके बाद आसपास के लोगों की सहयोग से उसे बाहर निकाला गया. स्थानीय लोगों ने उसे उसके घर भेज दिया. हॉस्पिटल में इलाज के बाद पीड़िता परिवार वालों के साथ रविवार को महिला थाने पहुंची और केस दर्ज करायी.
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