Jharkhand News: बोरियो की चर्चित रेबिका पहाड़िन हत्याकांड का मास्टर माइंड मैनुल अंसारी को साहिबगंज से गई पुलिस टीम ने दिल्ली में दबोच लिया है. उसे ट्रांजिट रिमांड पर यहां लाया जा रहा है. शनिवार की रात तक पहुंचने की उम्मीद है। इसकी पुष्टि एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा ने की है.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि बीते 16-17 दिसंबर की रात को बोरियों के फाजिल टोला में रबिका पहाड़िन की हत्या कर शव को ठिकाने लगाने के लिए छोटे-छोटे टुकड़ों में काट दिया गया था. मामले में पुलिस बोरियो पाने में केस दर्ज कर अब तक रेविका के पति दिलदार अंसारी समेत 10 आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज चुकी है. उधर, वारदात के बाद से दिलदार का मामा मेनुल अंसारी फरार चल रहा था. पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए गोड्डा जिले में भी छापेमारी की थी। हालांकि मैनुल वहां नहीं मिला था. पुलिस लगातार उसको ट्रेस कर रही थी। हालांकि घटना के बाद अपना मोबाइल बोरियो स्थित घर पर ही छोड़ देने से पुलिस को उसका ठिकाना पता लगाने में मुश्किल हो रही थी.
आपको बता दे कि आरंभिक जांच में पुलिस ने इसे पारिवारिक विवाद में की गई हत्या करार दिया. जानकारी के अनुसार रेविका से शादीशुदा दिलदार ने दूसरी शादी की थी. शादी के बाद यह रेविका को बेंगलुरु क पता गया था यहां से वापस लौटने के बाद दिलदार ने रेविका को बोरियों संगाली में एक विलाए के मकान में रखा था हालांकि हत्या किए जाने से करीब 10 दिन पहले वह रेविका को लेकर पर आ गया था। रेविका को घर पर रखने से दिलदार के परिवार में विवाद होने लगा. इसी विवाद के बीच दिलदार की मां मरियम निशां ने रेबिका को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया और इसमें अपने सगे भाई मैल अंसारी को शामिल किया. इसके लिए 20 हजार रुपये की सुपारी भी दी गई.
वहीं, मैनुत अंसारी ने इस साजिश में अपने दोस्त मैनुल एक को भी शामिल कर लिया. वारदात वाले दिन मरियम निशां रेबिका को लेकर अपने भाई मैनुल अंसारी के घर पहुंची. यहीं रविका को मौत के घाट उतार दिया और फिर उसके शव को टुकड़ों में काटकर बोरियो संचाली में मोमिन होता स्थित एक पुराने मकान में फेंक दिया. 17 दिसंबर की शाम को मोमिन टोला में एक निर्माणाधीन मकान में इसानी पैर के टुकड़े मिले। यहां पैर में लगी नेल पॉलिश से दिलदार ने शव की पहचान अपनी पत्नी रेबिका पहाड़िन के रूप में की थी.
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