Jharkhand Child Traffickers News: भारतीय रेल को चाइल्ड ट्रैफिकिंग (Child Trafficking) से मुक्त बनाना है। इसको लेकर रेल पुलिस और सत्यार्थी फाउंडेशन के बीच दिल्ली में एक समझौता हुआ है। इस समझौते के अनुरूप झारखंड के कोडरमा रेलवे स्टेशन पर बाल ट्रैफिकिंग रोकने की कवायद तेज कर दी गई है। धनबाद-गया रेलखंड पर स्थित कोडरमा रेलवे स्टेशन पर मॉडल बाल मित्र थाना (Model Bal Mitra Thana) बनाया जाएगा। इस थाने के माध्यम से बाल तस्करी से जुड़े मामले पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी।
जानकारी के लिए आपको बता दे की कोडरमा रेलवे स्टेशन पर बाल मित्र थाने का सफल संचालन होने लगेगा तो दूसरे स्टेशनों में भी चाइल्ड फ्रेंडली थानों की स्थापना की जाएगी। इसमें गोमो और गया स्टेशन शामिल हैं। इन थानों में आरपीएफ और जीआरपी के जवान तैनात होंगे। बाल मित्र थाने में तैनात आरपीएफ और जीआरपी के साथ-साथ सत्यार्थी फाउंडेशन के कार्यकर्ता नियमित रूप से ट्रेनों की निगरानी करेंगे।
वहीं रेल डीएसपी शाजिद (Rail DSP Shajid) कोडरमा स्थित सत्यार्थी फाउंडेशन कार्यालय पहुंचे और ट्रेनों के जरिए होने वाले बाल तस्करी को रोकने को लेकर रणनीति बनाई। रेल डीएसपी ने बताया कि बच्चों को बाल तस्करों से मुक्त ही नहीं कराना है, बल्कि बच्चों के पुनर्वास के लिए व्यापक इंतजाम भी किया जाएगा। सत्यार्थी फाउंडेशन के कार्यकर्ता गोविंद खनाल (Govind Khanal) ने बताया कि बाल तस्करी रोकने को लेकर गया-धनबाद रेलखंड पर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों के बीच पंपलेट बांटे जाएंगे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर रेल पुलिस और सत्यार्थी फाउंडेशन मिलकर बाल तस्करी को रोकने को लेकर काम करेंगे।
Average Rating