Agnipath Scheme Protest: देश के कई राज्यों में केंद्र की अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) के खिलाफ विरोध जारी है. इस दौरान तीनों सेनाओं की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस (Press Conference) हो रही है. इस बीच अग्निपथ स्कीम को वापस लेने की किसी भी संभावना से सेना ने इनकार किया है. सेना ने कहा संयुक्त बयान में कहा है कि अग्निपथ स्कीम वापस नहीं होगा. सेना ने अपने अहम बयान में कहा है कि कोचिंग संस्थान छात्रों को भड़का और उकसा रहे हैं. ले. ज. अनिल पुरी ने कहा कि उन्हें हिंसा और प्रदर्शन में हिस्सा नहीं लेना चाहिए. वहीं, लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि अग्निपथ स्कीम युवाओं के लिए फायदेमंद है. यह सुधार लंबे समय से लंबित था. हम इस सुधार के साथ युवावस्था और अनुभव लाना चाहते हैं. आज बड़ी तादाद में जवान अपने 30 के दशक में हैं और अधिकारियों को पहले की तुलना में बहुत बाद में कमान मिल रही है.
सेना ने मीडिया से कहा कि सेना को युवा लोगों की जरूरत है. आज सेना की औसत उम्र 32 साल है, इसे हम कम करके 26 साल पर करने की कोशिश करने की प्रयास कर रहे हैं. अनिल पुरी ने कहा कि युवा अधिक रिस्क ले सकते हैं ये हम सभी को पता है. वहीं, अनिल पुरी ने कहा कि हर साल लगभग 17,600 लोग तीनों सेवाओं से वक्त से पहले सेवानिवृत्ति ले रहे हैं. किसी ने कभी उनसे यह पूछने की कोशिश नहीं की कि वे सेवानिवृत्ति के बाद क्या करेंगे. ‘अग्निवीर’ को सियाचिन और अन्य क्षेत्रों में वही भत्ता मिलेगा जो वर्तमान में सेवारत नियमित सैनिकों पर लागू होता है. सेवा शर्तों में उनके साथ कोई भेदभाव नहीं है.
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