Ranchi: भाजपा के विश्वास रैली को JMM ने सुपर फ्लॉप बताया है. राज्य के जनजातीय समाज के हित में धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा विश्वास रैली को JMM ने विश्वासघात रैली करार दिया है. पार्टी का कहना है कि BJP की यह रैली वैसी रैली थी, जिसमें जनजातीय समाज और उसकी संस्कृति और आदिवासी सरना धर्म कोड पूरी तरह विलुप्त थी.
JMM ऑफिस में केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य (JMM leader Supriyo Bhattacharya) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस (Press Conference) कर कहा कि भाजपा नेता 36,000 आदि आदर्श ग्राम योजना के तहत जनजातीय हित की बात करते हैं, लेकिन जनजातीय समाज की पहचान ‘सरना धर्म कोड’ की किसी भी BJP नेता ने चर्चा तक नहीं की.
केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) के नेतृत्व में नवंबर 2021 में विधानसभा से आदिवासी सरना धर्म कोड का प्रस्ताव पास हुआ था. झारखंड के सभी राजनीतिक पार्टियों ने CM के रहनुमाई में केंद्रीय ग़ृह मंत्री से मिलकर सरना धर्म कोड की मांग की थी. लेकिन आज BJP राष्ट्रीय अध्यक्ष और सभी नेताओं के जुबान से इसकी चर्चा तक नहीं की गयी. वहीं, सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि आदिवासी शब्द का उपयोग तो किया, लेकिन मंच पर बैठे 3-3 पूर्व मुख्यमंत्रियों (रघुवर दास, बाबूलाल मरांडी और अर्जुन मुंडा) में से किसी ने भी ‘जोहार’ शब्द से अपने संबोधन की शुरूआत तक नहीं की.
CM हेमंत सोरेन पर आरोप लगाने को लेकर भी JMM नेता ने किया पलटवार
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि BJP के मंत्रियों को जनजातीय समाज की चिंता नहीं है. इन्हें झारखंड के हेमंत सरकार के प्रति जनजातीय समाज के बढ़ती लोकप्रियता से खौफ है. यही खौफ इन्हें ऐतिहासिक रैली आयोजित करने को विवश करती है. JMM नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि रैली में 50,000 का दावा करने वाले ने देखा कि इसमें 5000 तक की तादाद दिखी. उसमें भी आदिवासी चेहरे पूरी तरह से गायब थे. उसमें भी ज्यादा संख्या कलाकारों और सुरक्षाकर्मियों की थी. वहीं, बाबूलाल मरांडी पर हमला बोलते हुए JMM ने कहा कि जो बाबूलाल कभी सीएनटी एक्ट (CNT Act) बदलने को लेकर रघुवर दास के खिलाफ बोलते थे, आज उनके साथ बैठे हैं.
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