झारखंड : हाथियों के आतंक से लोग दहशत में हैं। राज्य के कई जिलों में जंगली हाथियों का झुंड भ्रमण कर रहा है। रविवार को लातेहार, लोहरदगा, जामताड़ा और रांची के कुछ क्षेत्र में जंगली हाथियों ने जमकर उत्पात मचाया। रविवार-सोमवार में इन हाथियों ने 6 ग्रामीणों को मौत के घाट उतार दिया।
रविवार को हाथियों के आतंक का शिकार हुए लोगों में 2 महिला और एक भी पुरुष शामिल हैं। महिलाओं में एक लातेहार के चंदवा थाना के गरदाग गांव की और दूसरी लोहरदगा के कुडू थाना क्षेत्र के मसियातु गांव की निवासी थी. वहीं जामताड़ा प्रखंड के चलना पंचायत के एक पुरुष को हाथी ने कुचलकर मार डाला। सोमवार की सुबह खबर मिली है कि लोहरदगा जिले में हाथियों ने 3 लोगों को पटक-पटककर मार डाला। यह घटना भंडरा थाना क्षेत्र के अखिलेश्वर शिवधाम के पीछे स्थित एक गांव की है।
हाथी ने किया महिला को बेघर, वहीं रांची के बेड़ो में भी जंगली हाथी का उत्पात देखने को मिला. बेड़ो थाना क्षेत्र के बारीडीह गांव में जंगली हाथी ने एक महिला का घर ध्वस्त कर दिया और उसके घर में रखे अनाज गटक गया. किसी तरह महिला अपने बच्चों को लेकर बाहर भागने में सफल हुए। जिससे उनकी जान बच पाई।
इससे लगभग एक सप्ताह पहले हाथियों के झुंड ने हजारीबाग में उत्पात मचाया था। हजारीबाग में भी जंगली हाथियों ने 2 लोगों की जान ले ली। जंगली हाथियों के गांव में भ्रमणशील होने से किसान भी परेशान हैं। आय दिन ये हाथी किसानों के फसलों को खा जाते हैं। या रौंदकर बर्बाद कर देते हैं। ऐसे में किसानों के सामने भी आर्थिक समस्या उत्पन्न हो जाती है।
आए दिन हाथियों का शिकार हो रहे लोग : जंगली हाथियों के गांव में घूसने की सूचना पर वन विभाग मौके पर पहुंचती है। मृतक के परिजनों को तुरंत थोड़ी सहायता राशि देकर मुआवजा देने की बात कहती है और चली जाती है। वन विभाग हाथियों को भगाने के लिए थोड़ी बहुत पहल भी करते हैं। लेकिन विभाग या सरकार की तरफ से हाथियों की समस्या को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा सके है। यही कारण है कि आए दिन ग्रामीण अपनी जान गंवा रहे हैं। ऐसे में ग्रामीणों को भी सजग रहने की जरूरत है। साथ ही विभाग को इस समस्या से निजात पाने के लिए उपाय करने की जरूरत है।
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