Palamu: झारखंड के पलामू जिले के पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के बैंक लॉकर से करोड़ों के जेवर गायब मामले में पुलिस ने बैंक के डिप्टी मैनेजर प्रशांत कुमार को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. डिप्टी मैनेजर प्रशांत ने शराब के धंधे में 40 लाख रुपये के नुकसान की भरपाई के लिए बैंक लॉकर से गहने गायब किये हैं. पुलिस के पूछ-ताछ में यह बात सामने आयी है कि PNB के डिप्टी मैनेजर ने ही कुछ लोगों के साथ मिलकर ग्राहकों के बैंक लॉकर को पहले तोड़ा और फिर गहने निकालने के बाद नया लॉक लगा दिया. पूछताछ में पुलिस को कई लॉकरों में छेड़छाड़ की जानकारी डिप्टी मैनेजर ने दी है. इस मामले में बैंक के मैनेजर गंधर्व कुमार से भी पुलिस पूछताछ कर रही है. इस बात की पुष्टि एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने की है.
पलामू पुलिस ने बताया- डिप्टी मैनेजर प्रशांत ने कोरोना लॉकडाउन का गलत फायदा उठाया. इस बीच बैंक में इक्के-दुक्के कस्टमर आते थे. इसी वक्त लॉकर को तुड़वाकर उसमें से जेवर उड़ा लिए. डिप्टी मैनेजर गायब जेवरों को सोना व्यवसायियों के पास 3% के सूद दर पर गिरवी रखता था और उस से मिले पैसे को वह 5% ब्याज पर लगाता था. इस केस में शहर के कुछ सोना कारोबारियों को भी हिरासत में लिया गया है.
इस तरह खुला मामला
पलामू जिला मुख्यालय, मेदिनीनगर के धर्मशाला रोड स्थित यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया की शाखा, जो अब पंजाब नेशनल बैंक में मर्ज हो गया है, इस बैंक में ग्राहकों के लॉकर से करोड़ों के गहने गायब होने का केस पिछले दिनों सामने आया था. गत 14 सितंबर, 2021 को चियांकी अनुसंधान क्षेत्र के कृषि वैज्ञानिक डॉ अशोक सिन्हा ने अपने लॉकर से गहना गायब होने का मामला शहर थाना में दर्ज कराया था. इसके बाद से अब तक 5 ग्राहकों के लॉकर से जेवर गायब होने की बात सामने आ चुकी है. डॉ. अशोक सिन्हा 10 दिन पहले जब अपना लॉकर खोलने गए तो उनके पास जो चाबी थी, उससे लॉकर नहीं खुला. इसके बाद बैंक मैनेजर गन्धर्व कुमार ने लॉकर तुड़वाने के लिए तकनीशियन को बुलाया. जब लॉकर टूटा तो उसमें सिर्फ चांदी के जेवर थे, सोने के जेवर नहीं मिले. वहीं, इस खबर के बाद बैंक में लॉकर रखने वाले ग्राहक आने लगे. कुछ ग्राहकों का लॉकर उनकी चाबी से खुल गया. जबकि, चार ग्राहकों के लॉकर नहीं खुले.
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