Jharkhand News: झारखंड प्लस 2 शिक्षक संघ ने झारखंड एकेडमिक काउंसिल (Jharkhand Academic Council) के निर्णय का विरोध किया है। संघ ने कहा है कि एक दिन में 70 कॉपी का मूल्यांकन करना शिक्षकों के लिए बहुत कठिन है। इसमें गड़बड़ी की भी संभावना है। जैक के इस निर्णय के विरोध में तमाम शिक्षक उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करने काला बिल्ला लगाकर ही केंद्र पहुंचे।
बार-बार जैक को इस संबंध में अवगत कराया गया. इसके बावजूद जैक ने यह निर्णय नहीं बदला और इसी वजह से शिक्षक सोमवार को काला बिल्ला लगाकर मूल्यांकन काम करते दिखे। बताते चलें कि इस बार झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने मैट्रिक और इंटरमीडिएट के रिजल्ट का प्रकाशन जल्द से जल्द करने की तैयारी में है और इस वजह से एक दिन में एक शिक्षक से 70 कॉपी का मूल्यांकन कराने का लक्ष्य रखा गया है। इससे पहले 30 कॉपियों का मूल्यांकन एक दिन में होता था।
जानकारी के लिए आपको बता दे की इससे शिक्षकों को आपत्ति है। शिक्षकों ने कहा है जैक का यह निर्णय तर्कसंगत नहीं है। इससे मूल्यांकन में भी गड़बड़ी की संभावना है। जैक के पदाधिकारियों को इस संबंध में अवगत कराया गया है। लेकिन अब तक जैक की ओर से कोई निर्णय नहीं लिया गया है। विरोध में तमाम शिक्षक सोमवार को काला बिल्ला (Black Badge) लगाकर मूल्यांकन करने पहुंचे। दूसरी और आधा घंटा देरी से मूल्यांकन का कार्य शुरू भी हुआ। मामले को लेकर जैक सचिव महीप कुमार सिंह ने कहा कि शिक्षकों को उचित प्लेटफार्म पर अपनी बातें रखने की जरूरत है। उनकी तमाम समस्याओं को सुना जाएगा उनके साथ कोई अन्याय नहीं होगा।
पारिश्रमिक फिलहाल दिया जा रहा है। इसका भी विरोध शिक्षकों ने किया है। गौरतलब है कि राज्य के 70 परीक्षा केंद्रों पर उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन का काम चल रहा है। झारखंड एकेडमिक काउंसिल में मैट्रिक और इंटरमीडिएट में इस बार लगभग 7 लाख परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए हैं। कोरोना के मद्देनजर 2 चरण में इंटर- मैट्रिक की परीक्षा आयोजित की गई थी।
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