जयपुर 8 महीने के नवजात को मुंह में दबाकर अस्पताल में घूमता रहा कुत्ता, पुलिस के उड़े होश

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Crime In Jaipur
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Crime In Jaipur: राजस्थान की राजधानी जयपुर से एक दिल अहले देने वाला मामला सामने आया है। जहां सरकारी अस्पताल में रविवार शाम सांगानेरी गेट इलाके में महिला अस्पताल के गेट नंबर 1 के बाहर एक कुत्ता अपने जबड़े में मरा हुआ भ्रूण लेकर घूमता नजर आया। कुत्ते को देखते ही लोगों ने उसे पकड़ने की कोशिश की तो वह भ्रूण को अस्पताल में लगे ऑक्सीजन प्लांट के पास छोड़कर दीवार पर जाकर बैठ गया। वहीं घटना की जानकारी मिलने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने इसकी जानकारी पुलिस को दी जिसके बाद अब पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं इस मामले में लाल कोठी पुलिस थाने में महिला चिकित्सालय के हाउसकीपिंग सुपरवाइजर सोहनलाल की ओर से एक रिपोर्ट भी दर्ज करवाई गई है।

दरअसल, अस्पताल परिसर में रविवार दोपहर के समय अस्पताल के पार्किंग एरिया के पास एक कुत्ता मुंह में मांस जैसा कुछ टुकड़ा लेकर घूमता नजर आया जिसके बाद अस्पताल के हाउसकीपिंग स्टाफ ने जांच पड़ताल की तो कुत्ते के मुंह से मांस जैसा दिखने वाला टुकड़ा नवजात पाया गया। स्टाफ ने नवजात को देखने के बाद उसे छुड़वाया और जांच में मृत घोषित किया गया। वहीं नवजात के शव को अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है. पुलिस ने सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद भ्रूण का निस्तारण कर दिया और पता चला है कि भ्रूण 6 महीने का नर था।

हालाकिं, इसके अलावा पुलिस ने सोमवार को अस्पताल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाले. वहीं अस्पताल प्रशासन भी इस मामले को लेकर अलग से जांच करवा रहा है। महिला चिकित्सालय अधीक्षक आशा वर्मा (Superintendent Asha Verma) का कहना है कि कुत्ता नवजात को अस्पताल के बाहर से लेकर आया था और अस्पताल परिसर से बाहर पार्किंग की तरफ घूम रहा था।

पुलिस फिलहाल मृत बच्चे के परिवार की तलाश कर रही है और प्रारंभिक जांच से पता चला है कि भ्रूण अस्पताल में मृत पैदा हुआ होगा जिसके बाद परिवार ने मृत भ्रूण को वापस लेने में अनिच्छा जताते हुए उसे पास में कहीं जमीन में गाड़ दिया और इसके बाद कुत्ते ने उसे खोदकर वापस निकाल लिया।

वहीं घटना को लेकर लालकोठी थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह राठौड़ का कहना है कि महिला अस्पताल के हाउस कीपिंग सुपरवाइजर सोहनलाल वर्मा ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है और अस्पताल प्रशासन से 15 नवंबर से पैदा हुए बच्चों का रिकॉर्ड मांगा गया है।

 

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