लातेहारः खतियानी जोहार यात्रा कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) ने लातेहार स्पोर्ट्स स्टेडियम में आयोजित समारोह में लोगों को संबोधित किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र की सरकार व्यापारियों की सरकार है, सरकार अपने व्यापारिक मित्रों को लाभ देने के लिए सरकारी संपत्तियों को बर्बाद कर रही है। यदि ऐसा ही चला तो हमारा देश भी श्रीलंका बन जाएगा।
दरअसल, मंगलवार को लातेहार स्टेडियम में आयोजित खतियानी जोहार यात्रा कार्यक्रम में CM आम लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि खतियानी जोहार यात्रा का मुख्य मकसद झारखंड के मूल निवासियों के अधिकार और हक की रक्षा करना है. उन्होंने कहा कि झारखंड के बाहर के कुछ लोग झारखंड के लोगों को सत्ता में देखना ही नहीं चाहते। राज्य गठन के बाद सबसे पहले बाबूलाल मरांडी को मुख्यमंत्री बनाया गया. परंतु उन्हें भी 5 साल का कार्यकाल पूरा नहीं करने दिया गया। उसके बाद अर्जुन मुंडा आए, परंतु उन्हें भी अपना कार्यकाल पूरा नहीं करने दिया गया.
हालाकिं, झारखंड में पहली बार 5 साल का कार्यकाल पूरा करने वाली सरकार के मुखिया छत्तीसगढ़ के रहने वाले थे. परंतु अब झारखंड की जनता जाग चुकी है. बाहरी लोगों को अब झारखंड को चारागाह नहीं बनाने दिया जाएगा। इसलिए इस बार जनता ने झारखंड के बेटे को सत्ता संभालने का अवसर दिया है। परंतु जो लोग झारखंड को लूटना चाहते हैं उनके पेट में दर्द जारी है। विपक्षियों के द्वारा बार-बार हमारी सरकार को गिराने का षड़यंत्र भी जारी है. एक केंद्रीय मंत्री तो सरेआम मंच से कहते हैं कि उन्हें उनके नेताओं के द्वारा बार-बार यह कहा जाता है कि झारखंड की सरकार को गिरा दीजिए। परंतु शायद उन्हें पता नहीं कि इस सरकार को यहां की जनता का आशीर्वाद प्राप्त है।
CM हेमंत सोरेन ने संबोधित करते हुए कहा कि महागठबंधन के 3 साल के कार्यकाल में झारखंड में जो कार्य हुए हैं, पिछले 20 सालों में नहीं हुए थे। हमने झारखंड के प्रत्येक वृद्धों को पेंशन दिया, प्रत्येक विधवाओं को पेंशन दिया, सरकारी नौकरी करने वाले लोगों को पुरानी पेंशन का लाभ दिया, यहां के बेरोजगार युवकों को रोजगार के लिए बैंकों से मुख्यमंत्री सृजन रोजगार योजना के तहत ऋण उपलब्ध करवाया। छात्रों को उचित शिक्षा देने के लिए बेहतर माहौल तैयार करवाया, गरीबों के बच्चों को ऊंची शिक्षा के लिए नीति बनाई, जिसके तहत बच्चों को मुफ्त में शिक्षा मिल सके।
उन्होंने आगे कहा की हम लोग गरीबों के लिए 1932 के खतियान के आधार पर स्थानीय नीति लागू करवाने की पहल की तो हमारे विपक्षियों को यह असंवैधानिक लगने लगा। जबकि दूसरे राज्यों में यही नीति विपक्षियों के द्वारा लागू की गई है। उन्होंने कहा कि विपक्षियों का एक ही मकसद है कि किसी भी तरह से झारखंड को गरीब ही रहने दिया जाए ताकि यहां की संपत्ति को आसानी से लूटा जा सके।
वहीं, धन्यवाद ज्ञापन जिला 20 सूत्री उपाध्यक्ष अरुण कुमार दुबे ने किया। समापन के बाद हेमंत सोरेन हेलीकॉप्टर के माध्यम से रांची रवाना हो गए।
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