Crime In Jharkhand: हजारीबाग में लोन की किस्त देने में हुई देरी, किसान की बेटी पर फाइनेंस कंपनी के वसूली एजेंट ने ट्रैक्टर से रौंदा, 3 महीने की गर्भवती (Pregnant) थी महिला

jharkhandtimes

Farmer's daughter was trampled by a tractor by the recovery agent of the finance company
1 0
Read Time:3 Minute, 20 Second

Hazaribagh :झारखंड के हजारीबाग जिले में एक दिल दहला देने वाला घटना सामने आया है. यहां फाइनेंस कंपनी के अधिकारियों ने अपना क्रूर चेहरा दिखाते हुए एक किसान की बेटी को ट्रैक्टर से रौंद दिया. बताया जा रहा है कि महिला 3 महीने की गर्भवती भी थी. दरअसल फाइनेंस कंपनी के अधिकारियों ने कर्ज की किस्त में देरी पर ट्रैक्टर जब्त करने आए थे. बकाये को लेकर विवाद के बाद जबरन ट्रैक्टर ले जाने लगे. बेटी ने रोकना चाहा तो उसी ट्रैक्टर से उसे रौंद दिया. मिथिलेश मेहता ने बताया कि उन्होंने महिंद्रा फाइनेंस (Mahindra Finance) से कर्ज लेकर ट्रैक्टर खरीदा था. दो दिन पहले कंपनी की तरफ से मैसेज आया कि बकाया किस्त 120,000 रुपये जमा करें. लेकिन वो तय तिथि पर नहीं पहुंच पाए.

इसी बीच ट्रैक्टर पेट्रोल पंप पर खड़ा था. वहां एक कार से 4 लोग पहुंचे. उनमें से एक ट्रैक्टर स्टार्ट कर ले जाने लगा. तब एक पेट्रोल पंपकर्मी ने इसकी जानकारी दी. इसके बाद वह बकाया रकम लेकर मोनिका के साथ घर से निकले. उन्हें बरियठ के समीप उनका ट्रैक्टर दिखा. मिथिलेश ने उन लोगों को रोका. ट्रैक्टर के पीछे-पीछे चल रही कार भी रुकी. कार से एक शख्स निकला और कहा कि एक लाख 30 हजार रुपये लेकर ऑफिस पहुंचो. मिथिलेश ने कहा कि मैं रुपए लेकर आया हूं लेकिन आप पहचान बताइये. इस पर उसने खुद को महिंद्रा फाइनेंस का जोनल मैनेजर बताया. तब मिथिलेश ने उससे प्रमाण मांगा. इसके बाद वह शख्स आगबबूला हो गया और ट्रैक्टर बढ़ाने का इशारा किया. मोनिका ने जब रोका तो ड्राइवर उसे कुचलते हुए बढ़ गया. इलाज के लिए RIMS लाने के दौरान उसकी मौत हो गई.

इधर, हजारीबाग के SP मनोज रतन चोथे ने कहा, ‘बेहद गंभीर मामला है. इसकी तफ्तीश कर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. बिना पुलिस की सूचना के एजेंट वसूली करने कैसे चले जाते हैं, इसकी भी तहकीकात होगी. वहीं, महिंद्रा कंपनी के फाइनेंस मैनेजर रवि कुमार और विकास कुमार से मोबाइल से संपर्क किया गया. रवि कुमार ने कहा कि मैं बाहर हूं. वहीं विकास कुमार ने कहा कि मैं अभी कुछ नहीं जानता. पता लगाकर बताता हूं. हमलोग खुद वसूली नहीं करते. वसूली का जिम्मा स्थानीय एजेंसी के पास होता है. उनसे दुबारा संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने फोन उठाना बंद कर दिया.

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
20 %
Excited
Excited
20 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
60 %
Surprise
Surprise
0 %

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Comment