Deoghar Shravani Mela 2022: झारखंड के देवघर में श्रावणी मेला की तैयारियां अंतिम दौर में हैं. रविवार को देवघर के कांवरिया पथ का जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने संयुक्त रूप से पैदल मार्च कर निरीक्षण किया. वहीं, DC मंजुनाथ भंजत्री की अध्यक्षता में विधि व्यवस्था, भीड़ नियंत्रण एवं अपराध नियंत्रण के साथ-साथ यातायात व्यवस्था सुनिश्चित करने को बैठक का आयोजन किया गया. इस बीच DC ने जानकारी दी कि झारखंड सरकार के निर्देशानुसार श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए आउट ऑफ टर्न और VIP दर्शन की सुविधा पर मेला के दौरान पूर्ण रूप से रोक रहेगी.
साथ ही DC ने मेला में प्रतिनियुक्त अधिकारी और पुलिस पदाधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि मेला में प्रतिनियुक्त सभी पदाधिकारी, कर्मी अपने परिवार वालों और लोगों को आउट ऑफ टर्न (out of turn) दर्शन अथवा जलार्पण कराने की की कोशिश न करें. इससे विधि व्यवस्था और सुरक्षा पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा.
उपायुक्त मंजुनाथ भंजत्री ने कहा कि मेला क्षेत्र में कुल 21 अस्थायी OP व 11 ट्रैफिक OP का गठन होगा. इससे श्रद्धालओं की सुविधा और सुरक्षा का पूर्ण ख्याल रखा जा सकेगा. उन्होंने दुम्मा, सोमनाथ भवन, सरासनी, खिजुरियां, हिन्दी विद्यापीठ, शिवगंगा, बाबा मंदिर, क्यू कॉम्प्लैक्स, मानसरोवर, जलसार, बीएड कॉलेज, बरमसिया के लिए सभी नामित वरीय पदाधिकारियों को निदेशित करते हुए कहा कि वे अपने आवंटित OP क्षेत्र का भ्रमण कर लें. वहां मेला के लिए किये जाने वाली व्यवस्थाओं पण्डाल, पथ निर्माण, पथ प्रकाश, कांवरियों के लिए पेयजल, शौचालय, वैकल्पिक प्रकाश व्यवस्था स्वास्थ्य केन्द्र, सूचना सह सहायता केन्द्र आदि की अद्यतन हालत की जांच कर लें.
उपायुक्त मंजुनाथ भंजत्री के अनुसार मेला के बीच सुरक्षित और कतारबद्ध जर्लापण श्रद्धालुओं को कराना जिला प्रशासन की प्राथमिकता है. ऐसे में सभी संबंधित पदाधिकारी अपने अपने क्षेत्रों में पूर्ण रूप से सक्रिय रहते हुए काम करें. वहीं मंदिर प्रांगण में भीड़-भाड़ की स्थिति न बने और श्रद्धालु लगातार जर्लापण कर बाबा मंदिर से बाहर निकलते रहें, उसका विशेष रूप से ध्यान रखना होगा.
उपायुक्त मंजुनाथ भंजत्री के अनुसार, सबसे महत्वपूर्ण बहार निकलने के रस्ते से किसी की भी प्रवेश न हो और मंदिर प्रांगण के बाह्य अरधा में भीड़-भाड़ की स्थिति उत्पन्न न हो, इसका विशेष तौर पर ध्यान रखा जाये. साथ ही क्यू कॉम्प्लैक्स से निकलते वक्त श्रद्धालुओं को फूट ओवर ब्रिज पर दौड़ने का इजाजत न दें. इसकी विशेष रूप से निगरानी करनी होगी. मेला के बीच आपसी समन्वय और कम्यूनिकेशन गेप न हो, इसका भी ध्यान रखना होगा.
Average Rating