Ranchi: झारखंड में चल रही सियासी उठापटक (Jharkhand Political Crisis) के बीच गुरुवार को हेमंत कैबिनेट (Hemant Cabinet) की बैठक हुई. जिसमें 5 सितंबर को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने का निर्णय किया गया. बाद में सरकार की तरफ से बताया गया कि एक दिन का मानसून सत्र (Monsoon Session) छूट गया था जिसे 5 सितंबर को बुलाया गया है. माना जा रहा है कि इसके जरिए सोरेन सरकार दिल्ली की केजरीवाल सरकार की तरह खुद ही विधानसभा में विश्वास मत पारित कर सकती है.
इस बीच संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम (Alamgir Alam) ने बताया कि विशेष बैठक मानसून सत्र का ही विस्तार होगा. आलम के अनुसार इस दौरान वर्तमान राजनीतिक अनिश्चितता की स्थिति पर चर्चा होगी और सरकार सदन का विश्वास हासिल करेगी. वहीं, चुनाव आयोग के पत्र को लेकर राजभवन की चुप्पी से निपटने के लिए विश्वास मत हासिल करने की रणनीति बनाई गई है. सत्र से पूर्व छत्तीसगढ़ के रायपुर में जमे झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के सारे विधायक रांची वापस लौट आएंगे.
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