Ranchi : 5 सितंबर सोमवार को शिक्षक दिवस (Teacher Day) पर आयोजित किए जा रहे झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र पर रहस्य बना हुआ है. सरकार इस पर पत्ते नहीं खोल रही है, गठबंधन दल के विधायक और मंत्री भी तस्वीर साफ करने से परहेज कर रहे हैं. इससे अटकलों का बाजार गर्म है, लोग तमाम तरह का अनुमान लगा रहे हैं. लेकिन फिर पुष्टि के अभाव में राजनीतिक पंडितों के एक समीकरण के सापेक्ष दूसरा समीकरण पेश कर दिया जा रहा है. इससे लोगों के मन में तमाम तरह शंकाएं और संभावनाएं उमड़ घुमड़ रही हैं और हर दिमाग में यही सवाल है कि क्या होगा झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र में.
इस बीच चर्चा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) की सरकार जहां सदन का विश्वास हासिल करेगी वहीं कई अहम फैसलों पर भी मुहर लग सकती है. झारखंड में भी बिहार की तर्ज पर जातिगत जनगणना हो सकती है. इसके प्रस्ताव पर सदन में चर्चा होने की संभावना है. वहीं, 1932 के आधार पर स्थानीयता लागू करने से लेकर OBC-SC-ST आरक्षण (Reservation) में वृद्धि का प्रस्ताव लाया जा सकता है. सरकार इसकी तैयारी में जुट गई है. इधर, संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम (Alamgir Alam) ने बताया कि विशेष सत्र में कई प्रस्ताव आ सकते हैं. कांग्रेस के विधायकों ने जातिगत जनगणना की मांग की है. इसका प्रस्ताव लाया जा सकता है और चर्चा हो सकती है. इसी तरह स्थानीयता निर्धारित करने से लेकर OBC आरक्षण कोटा बढ़ाने की मांग की गई है. इसपर भी इस सत्र में प्रस्ताव लाया जा सकता है.
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