भागलपुर: सदर अस्पताल में कार्यरत नर्स नाजिया परवीन को उत्कृष्ट कार्य के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) के हाथों सम्मानित होने पर स्वास्थ विभाग गौरवान्वित है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने इस उपलब्धि पर नाजिया को बधाई दी है. नर्सिंग के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिये सदर अस्पताल में कार्यरत नर्स नाजिया परवीन (Nurse Nazia Parveen) को सोमवार को राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटेंगिल अवार्ड से सम्मानित किया। राजधानी दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में इसे लेकर आयोजित विशेष समारोह में राष्ट्रपति द्रोपदी मूर्म ने उन्हें इस प्रतिष्ठित अवार्ड से नवाजा.
गौरतलब है कि यह तीसरा मौका है. जब जिले में कार्यरत ए ग्रेड नर्स अपनी सेवा व समर्पण के दम पर ये प्रतिष्ठित अवार्ड प्राप्त किया हैं. नाजिया ने बताया कि राष्ट्रपति के हाथों सम्मान प्राप्त कर वे बेहद गौरवान्वित महसूस कर रही हैं. इसे जीवन का खास क्षण बताते हुए उन्होंने इस सफर में उनका सहयोग व समर्थन देने के लिये पूरे स्वास्थ्य विभाग के प्रति आभार व्यक्त किया. इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर बधाई देने के लिए लोगों का तांता लगा रहा.
राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटेंगिल अवार्ड (National Florence Nightingale Award) से सम्मानित नाजिया परवीन बीते 11 सालों से नर्सिंग पेशा से जुड़ी हैं। भागलपुर की रहने वाली नाजिया ने बताया कि सदर अस्पताल में प्रसूति कक्ष की स्थापना व निर्धारित मानकों के अनुरूप इसके संचालन में नाजिया ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
हालाकिं, राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा योग्यता आधारित रेटिंग में उच्चतम स्कोर जिला व प्रखंड स्तर पर टॉपर के रूप में मान्यता मिलने के बाद नाजिया का चयन इस प्रतिष्ठित अवार्ड के लिये किया गया है. नाजिया ने नर्सिंग संबंधी जरूरी प्रशिक्षण वर्ष 2010 में पूरा किया. राजधानी दिल्ली में 5 वर्षों तक अपनी सेवा देने के बाद वर्ष 2016 में सदर अस्पताल में उनकी नियुक्ति हुई. इसके बाद से वे लगातार जिले में अपनी सेवाएं दे रही हैं.
वहीं, नाजिया ने बताया कि उनके लिये ये बेहद गरिमापूर्ण समय है. नर्स के पेशा को कमतर आंका जाता रहा है. जो गलत है. नर्सिंग का क्षेत्र संभावनाओं से भरा है. कई अच्छे कोर्स हैं. जिससे बेहतर मुकाम हासिल किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि नर्सिंग के पेशा से जुड़े होने का उन्हें गर्व है। अपने अन्य सहकर्मियों का मनोबल बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि अपने कार्य व जिम्मेदारी के प्रति सेवा व समर्पण के भाव के दम पर असीमित ऊंचाईयों को छूआ जा सकता है। इसे लेकर हमें निरंतर तत्पर रहने की जरूरत है.
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