Deoghar : दो साल बाद बाबा नगरी देवघर सावन में एक बार फिर से गुलजार होगा. कोरोना ब्रेक के बाद फिर से कांवड़ यात्रा की तैयारी शुरू कर दी गई है. अगले महीने देवघर में विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला शुरू होना है. इस राजकीय श्रावणी मेला के मौके पर आगन्तुक कांवरियों के लिए भक्तिमय मनोरंजन की व्यवस्था भी स्थानीय स्तर पर जिला प्रशासन करने में लगा है. सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग, देवघर की तरफ से सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा. इसमें अलग-अलग कलादलों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये जायेंगे. इसके वास्ते सूचना भवन के सभागार में मंगलवार को पांच सदस्यीय चयन समिति द्वारा कलादलों का ऑडिशन (Audition) लिया गया.
इसमें कलाकारों द्वारा ‘‘सत्यम शिवम सुन्दरम’’ से लेकर कई भाव-विभोर करने वाले भक्ति गीतों और भजनों को पेश किया गया. इन प्रतिभागियों को चयन समिति द्वारा तीन श्रेणियों यथा- वेश-भूषा, प्रस्तुति एवं विषय वस्तु में अंक प्रदान किये गये. ऑडिशन में कुल 38 टीमें उपस्थित हुईं. वहीं, स्थानीय कलाकारों के अलावा झारखंड के अलग-अलग जिलों यथा-जामताड़ा, बोकारो, धनबाद के साथ-साथ पश्चिम बंगाल आदि के कलाकारों द्वारा भी अपनी प्रस्तुति दी गयी. इनमें से प्रस्तुति के आधार पर सर्वश्रेष्ठ कला दलों का चयन होगा. ऑडिशन में सफल प्रतिभागियों/कलादलों को क्रमशः तीन श्रेणियों A, B एवं C में विभक्त किया जाएगा. उसी अनुरूप कार्यक्रम आवंटित किये जायेंगे. ऑडिशन कार्यक्रम में चयनित प्रतिभागियों की सूची तीन दिनों में सूचना भवन के सूचना पट्ट पर प्रकाशित कर दी जाएगी.
मालूम हो कि श्रावणी मेला के दौरान सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग की ओर से कांवरियों के मनोरंजन के लिए सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में सांस्कृतिक मंच बनाए जाते हैं. जहां कलाकारों के द्वारा कांवरियों का भक्तिपूर्ण मनोरंजन किया जाता है. इससे यहां आए श्रद्धालुओं का मनोरंजन होने के साथ-साथ उनकी थकान भी दूर होती है. इन कार्यक्रमों से भीड़ व्यवस्थापन में भी मदद मिलती है. उनमें एक नयी स्फूर्ति और ऊर्जा का संचार होता है. इसके अलावा सांस्कृतिक प्रोग्राम को लेकर श्रद्धालुओं की तरफ से काफी सकारात्मक प्रतिक्रियाएं भी देखने को मिलती हैं.
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