NASA News :कोरोना से जूझ रही दुनिया के सामने नई मुसीबत अंतरिक्ष से आ रही है. इसे लेकर दुनिया भर के वैज्ञानिक परेशान हैं. अगर दिशा में जरा सा भी परिवर्तन हुआ तो खतरा बहुत ज्यादा होगा. दरअसल, सोमवार 9 मई को एक एस्टेरॉयड (Asteroid) पृथ्वी के बेहद पास से होकर गुजरने वाला है. ये एस्टेरॉयड है- 467460 (2006 JF42). इसके बारे में किसी चेतावनी या खतरे की कोई खबर नहीं है. शुक्रवार 6 मई को भी एस्टेरॉयड 2009 JF1 पृथ्वी के पास से होकर गुजरा था.
एस्टेरॉयड 2009 JF1 (Asteroid 2009 JF1), केवल 30 फीट (10 मीटर) व्यास का था. इसे फरवरी में यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी की वाच लिस्ट से हटा दिया गया था, क्योंकि यह पाया गया था कि इसके धरती से टकराने की कोई संभावना नहीं थी. लेकिन एस्टेरॉयड 2006 JF42 (Asteroid 2006 JF42) इससे थोड़ा बड़ा है. इसकी लंबाई 1,247 फीट से 2,822 फीट (380 से 860 मीटर) के बीच है. यह धरती से एक सुरक्षित दूरी करीब 57 लाख Km दूर होगा, जो पृथ्वी और चंद्रमा की औसत दूरी से 14 गुना अधिक है.
नासा पार्टनर टेलिस्कोप (NASA Partner Telescope) के नेटवर्क और अपने पेलैनेटरी डिफेंस कोऑर्डिनेशन ऑफिस (Planetary Defense Coordination Office) के ज़रिए, सभी एस्टेरॉयड को मॉनिटर करता है. नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी (Jet Propulsion Laboratory) में एस्टेरॉयड के कई आंकड़े हैं जिसमें आने वाले मुख्य फ्लाईबाई (Flybys) और छोटे एस्टेरॉयड शामिल हैं. इनमें ऐसे एस्टेरॉयड भी शामिल हैं जिनपर ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता होती है. NASA ने एस्टेरॉयड के आकार और पृथ्वी से उनकी दूरी को देखते हुए उन्हें संभावित रूप से खतरनाक (Potentially Hazardous) की श्रेणी में रखा है. 492 फीट या 150 मीटर से ज्यादा लंबाई वाले एस्टेरॉयड इसी श्रेणी में आते हैं.
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