Woman Faked Cancer for Donation : कोई सपने में भी नहीं चाहता कि कैंसर (Cancer) जैसी बीमारी किसी अपने को कभी भी हो। ये बीमारी जितना मानसिक और शारीरिक रुप से तोड़ती है, इसके इलाज में उतने ही पैसे भी लगते हैं। ऐसे में लोग पब्लिक डोनेशन का भी सहारा लेते हैं। अमेरिका की एक महिला ने भी खुद को कैंसर होने की बात कहकर लोगों से 7 साल तक डोनेशन इकट्ठा की. फिर जो सच सामने आया, वो दंग कर देने वाला है।
जानकारी के लिए आपको बता दे की, कैलिफोर्निया (California) की रहने वाली अमांडा क्रिस्टीन रिले (Amanda Christine Riley) का कहना था कि उसे Hodgkin’s lymphoma है। वर्ष 2012 में 37 वर्ष की महिला ने खुद कैंसर के इस खतरनाक रूप के होने का दावा किया था। उसने लोगों ने अपने इलाज में आने वाले खर्च के लिए ऑनलाइन डोनेशन (Online Donation) मांगनी भी शुरू कर दी। इस दौरान लोगों ने महिला से खासी संवेदना दिखाते हुए उसकी आर्थिक मदद (Woman Faked Cancer for Donation) के लिए आगे आए।
वहीं कैलिफोर्निया के सैन जोस में रहने वाली अमांडा ने अपनी बीमारी का भरोसा दिलाने के लिए Lymphoma Can Suck It नाम का ब्लॉग भी शुरू किया और अपने बाल मुंडवाकर अपनी फोटो और कैंसर से स्ट्रगल की कहानियां लिखती रही। लोगों ने महिला के संघर्ष में उसकी मदद करने के लिए उसके अकाउंट में पैसे डालने शुरू कर दिए। 7 वर्ष के अंदर उसके अकाउंट में कुल $105,513 यानि भारतीय मुद्रा में करीब 81 लाख 20 हज़ार रुपये (Woman Swindle 81 Lakh in Donation) से भी ज्यादा की रकम ट्रांसफर कर दी। उसने अपने परिवार से भी कैंसर का झूठ बोल रखा था।
महिला की इस स्कीम की जानकारी इंटरनल रेवेन्यू सर्विस (Internal Revenue Service) ने साल 2019 में लगाया, जिसके बाद महिला पर वायर फ्रॉड का चार्ज (Wire Fraud Charges) लगाया गया। पिछले साल अक्टूबर में उसका अपराध साबित हुआ और उसे 5 साल के जेल की सज़ा सुनाई गई। अदालत की ओर से उसे वो सारी रकम लौटाने का भी आदेश दिया गया है, जो उसने फर्जी कैंसर के नाम पर ऐंठी है। जेल से छूटने के बाद भी 3 साल वो पुलिस की निगरानी में रहेगी। मेल की रिपोर्ट के मुताबिक उसके अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करने वाले ज्यादातर लोग उसके परिवारवाले, दोस्त और चर्च से थे. इसके अलावा कुछ फंडरेज़र्स के ज़रिये भी उसे पैसे मिले थे।
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