Garhwa: प्यार करने की कोई उम्र नहीं होती. वह कहते हैं.. ‘न उम्र की सीमा हो, न जन्म का हो बंधन.’ इस बात को सच साबित किया है गढ़वा के रहने वाले एक कपल ने. दरअसल झारखंड के गढ़वा में 4 बच्चों के पिता ने अपनी ही बेटी के मंडप पर तीसरी शादी की. जिले के डंडई थाना क्षेत्र अंतर्गत लावाही कला के बाबा मगरदा महादेव मंदिर में पिता ने अपनी बेटी की शादी के एक दिन पहले खुद शादी रचा ली. यह उसका तीसरा विवाह था. 56 साल की उम्र में दूल्हा बने व्यक्ति का नाम शिव प्रसाद बैध है.
शिव प्रसाद का पिछले 3 साल से गांव की ही एक लड़की के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था. वह लड़की को लेकर फरार हो गया था. वह बगैर शादी के छत्तीसगढ़ में लड़की के साथ लिव इन (live in) में रह रहा था. इस बीच वह अपनी बेटी की शादी के लिए गांव पहुंचा. गांव में प्रेमिका के पिता ने आरोपी शिव प्रसाद को घेर लिया. दबाव बनाया कि पहले वह उनकी बेटी से सामाजिक रीति-रिवाज के साथ विवाह करे. इसके बाद गांव के लोग उसे अपनी बेटी की शादी करने की अनुमति देंगे. मामला पुलिस थाने तक पहुंच गया. बाद में समझौता हुआ कि शिव प्रसाद अपनी प्रेमिका से गांव में शादी करेगा. इसके बाद वह प्रेमिका को लेकर गांव पहुंचा. जिस मंडप में बेटी की शादी होनी थी. उसी मंडप में पिता ने शादी की.
वहीं, अजीब-ओ-गरीब विवाह के बाद गांव वालों ने दूल्हा और दुल्हन को ट्रैक्टर पर बैठाकर बारात निकाली. अब इसका वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है. इस बीच विवाह से पहले ज. बेटी के ससुराल वालों को पिता से जुड़े विवाद का पता चला उन्होंने गांव में बारात लेकर आने से मना कर दिया। लिहाजा आरोपी ने अपनी बेटी की शादी छत्तीसगढ़ ले जाकर संपन्न कराई. बताया जा रहा है कि शिवप्रसाद गांव की ही एक लड़की को ट्यूशन पढ़ाता था. इसी बीच दोनों के बीच प्यार हो गया. शिव प्रसाद का इससे पहले दो बार शादी हो चुका था. एक पत्नी का मौत हो चुका था, जबकि दूसरी पत्नी अभी जिंदा थी. इस बीच शिवप्रसाद और छात्रा में नई प्रेम कहानी ने जन्म ले लिया. शिव प्रसाद लड़की को लेकर छत्तीसगढ़ चला गया. यह मामला 2019 है. बताया जा रहा है शिव प्रसाद और प्रेमिका के बीच लिव इन के दौरान एक बच्चा भी हुआ. इसके बावजूद दोनों ने शादी नहीं की थी. शादी के लिए पहुंची प्रेमिका बच्चे को साथ लेकर आई थी.
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