Ranchi: निर्दलीय विधायक सरयू राय (Independent MLA Saryu Rai) ने स्वास्थ्य मंत्री बन्न्ना गुप्ता (Health Minister Banna Gupta) को घेरा है. सरयू राय ने स्वास्थ्य मंत्री पर वित्तीय अनियमितता के गंभीर आरोप लगाये हैं. श्री राय ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) से इसकी शिकायत करते हुए सरकारी कोष के दुरुपयोग संबंधित दस्तावेज भेजे हैं. विधायक सरयू राय ने CM से अपील किया है कि स्वास्थ्य मंत्री बनना गुप्ता पर कार्रवाई हो और अवैध निकासी के पैसे की वसूली की जाये. स्वास्थ्य मंत्री ने वित्तीय कदाचार और भ्रष्ट आचरण किया है.
विधायक सरयू राय ने आरोप लगाया है कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में स्वास्थ्य मंत्री बनना गुप्ता ने नियम खिलाफ आदेश देते हुए लाखों रुपये की निकासी की है. मंत्री रहते खुद वित्तीय लाभ लिया और अपने चहेतों को भी दिलाया. स्वास्थ्य मंत्री ने कोरोना काल में बेहतर काम के लिए खुद और अपने नजदीकी 59 लोगों को सरकार द्वारा तय प्रोत्साहन राशि के भुगतान का आदेश किया. इसमें लगभग एक करोड़ रुपये की राशि का भुगतान सरकार द्वारा किया गया है.
विधायक सरयू राय ने पत्र में सरकार के संकल्प का हवाला देते हुए कहा है कि कोरोना काल में कांटैंक्ट ट्रेसिंग, टेस्टिंग, अस्पताल, कोविड वार्ड, कंट्रोल रूम में कार्यरत चिकित्सक और चिकित्साकर्मियों को एक माह का सैलरी या मानदेय दिये जाने का प्रावधान था. यह संबंधित कार्यालय प्रधान को तय करना था. सरकार द्वारा कोविड काल में बेहतर कार्य करनेवालों के लिए प्रोत्साहन राशि के रूप में एक महीने का अतिरिक्त वेतन देने का प्रावधान था. स्वास्थ्य विभाग द्वारा गठित कमेटी ने इसके लिए 94 लोगों को योग्य पाया. स्वास्थ्य मंत्री के कोषांग से 60 लोगों के नाम जोड़े गये. इसमें खुद स्वास्थ्य मंत्री का नाम सबसे ऊपर था. इसके साथ ही उनकी सुरक्षा और अन्य कार्यों में लगे 34 सुरक्षाकर्मी भी शामिल थे. मंत्री के कार्यालय द्वारा जोड़े गये नाम में दो आप्त सचिव के साथ लिपिक, सहायक, आदेश पाल, वाहन चालक, कंप्यूटर ऑपरेटर और सफाईकर्मी भी शामिल थे. पत्र में श्री राय ने यह भी बताया है कि फाइल जब स्वास्थ्य मंत्री के पास गयी, तो उन्होंने विधानसभा के एक टाइपिस्ट, जिसकी प्रतिनियुक्ति विभाग में है, उसका नाम भी जोड़ दिया था़.
इधर इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के निजी सहायक प्रभात ठाकुर जवाब देने के लिए आगे आए हैं. ठाकुर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा है कि इतने बड़े नेता अपने सलाहकार के आधी जानकारी के कारण जगहंसाई के पात्र बन रहे हैं. ठाकुर ने सरयू राय को अपना सलाहकार बदलने की सलाह भी दी है.
प्रभात ठाकुर ने विभागीय पत्र जारी करते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग में सरकार के अवर सचिव मनोज कुमार सिन्हा ने 24 फरवरी को पत्र जारी करते हुए मंत्री के आप्त सचिव को स्पष्ट जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री कोषांग में कार्यरत सभी कर्मचारियों की सूची मांगी थी और स्पष्ट किया था कि स्वास्थ्य मंत्री के साथ वे सभी इसके पात्र हैं. इसके साथ उन्होंने कुल 90 स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ज़ जिसमें अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह समेत, सभी जॉइंट सेक्रेटरीऔर कार्यालय में कार्य करने वाले कंप्यूटर ऑपरेटर समेत अन्य कर्मियों की सूची भी भेजी थी. प्रभात ठाकुर ने कहा है कि यह प्रस्ताव कैबिनेट से भी पास है. इसकी शिकायत करना हास्यास्पद है.
प्रभात ठाकुर ने कहा है कि सरयू राय को बन्ना फोबिया हो गया है. मंत्री बन्ना गुप्ता के हर अच्छे काम को गलत साबित करने के वजह से वे जगहंसाई के पात्र बन जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरयू राय को गलत जानकारी मिली है. यह राशि सिर्फ 90 या 60 लोगों को नहीं, बल्कि पंचायत स्तर पर काम कर रहे स्वास्थ्य सेवा से जुड़े लोगों को मिली है.
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