New Delhi: जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) की छात्र राजनीति से अचानक सियासत के राष्ट्रीय फलक पर चमकने वाले कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) अब कांग्रेस में शामिल होने जा रहे हैं. इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी (Manish Tewari) ने कन्हैया कुमार के कांग्रेस में शामिल होने की संभावना के बीच मंगलवार को इशारों-इशारों में अपनी ही पार्टी पर तंज कसने का काम किया है. मनीष तिवारी ने कम्युनिस्ट विचारक रहे कुमारमंगलम की पुस्तक ‘Communists in Congress’ का हवाला दिया जिससे यह जाहिर होता है कि वह पार्टी पर कटाक्ष कर रहे हैं.
लोकसभा सदस्य तिवारी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा कि कुछ कम्युनिस्ट नेताओं के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें हैं. अब शायद 1973 की पुस्तक ‘कम्युनिस्ट्स इन कांग्रेस’ के पन्ने फिर से पलटे जाएं. लगता है कि चीजें जितनी अधिक बदलती हैं, वो उतना ही पहले की तरह बनी रहती हैं. आज इसे फिर से पढ़ता हूं.
व्वहिं, कन्हैया कुमार के कांग्रेस ज्वाइन करने की खबर जैसे ही चर्चे में आई, BJP हमलावर हो गई. BJP के प्रवक्ता संबित पात्रा (Sambit Patra) ने कहा कि देश विरोधी नारे लगाने वाले के साथ कांग्रेस नेता राहुल गांधी JNU में जाकर मिलते हैं. अब उनकी बारी है कि वे राहुल गांधी के साथ खड़े हों. उन्होंने आगे कहा कि टुकड़े-टुकड़े गैंग का कांग्रेस में विलय हो रहा है. अफजल गुरु को अपना गुरु मानने वाले कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं.
मीडिया खबर के अनुसार मंगलवार की दोपहर 3 बजे कांग्रेस ज्वाइन करने के पहले कन्हैया कुमार दिल्ली के ITO स्थित भगत सिंह पार्क (Bhagat Singh Park) में जाकर महान स्वतंत्रता सेनानी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे. उनके साथ गुजरात के निर्दलीय MLA जिग्नेश मेवानी (Jignesh Mewani) भी कांग्रेस में शामिल होंगे. आपको बता दें कि कन्हैया अब तक भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (Communist Party of India) से जुड़े रहे हैं. दिल्ली में कांग्रेस कार्यालय के बाहर कन्हैया कुमार के पोस्टर लगाये जा चुके हैं.
As Speculation abounds about certain Communist leaders joining @INCIndia it perhaps may be instructive to revisit a 1973 book ‘ Communists in Congress’ Kumarmanglam Thesis. The more things change the more they perhaps remain the same.
I re-read it todayhttps://t.co/iMSK8RqEiA— Manish Tewari (@ManishTewari) September 28, 2021
आप को बता दें कि कन्हैया कुमार वामदल में रहते हुए अपने भाषणों के जरिए कम वक्त में उन्होंने कामयाबी के जिस मुकाम को छुआ और अब वे कांग्रेस में शामिल होने जा रहे हैं, तो कई सवाल खड़े हो रहे हैं. सियासी गलियारों और राजनीतिक विश्लेषकों में चर्चा होने लगी कि आखिर ऐसा क्या हो गया कि कन्हैया कुमार वामदल को छोड़कर कांग्रेस में आ गए?
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