बड़कागांव: देश के विभिन्न राज्य में पत्रकारों पर हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। अब ताजा मामला बड़कागांव प्रखण्ड के बादम से सामने आया है, जहां ग्रामीणों द्वारा विद्यालय में तालाबंदी की खबर छापना पत्रकार को महंगा पड़ गया। दरअसल प्रखंड के ग्राम बादम स्थित उत्क्रमित उर्दू कन्या मध्य विद्यालय में अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति न मिलने, विद्यालय में कई पदस्थापित शिक्षिकाओं की समय पर उपस्थित नहीं रहने से संबंधित आरोप को लेकर 21 अगस्त को ग्रामीणों द्वारा विद्यालय में तालाबंदी की गई थी। जिसकी खबर को संकलन करने के लिए स्थानीय पत्रकार बिलाल सगीर एवं आरिफ वक़ार स्थल पर पहुंचकर समाचार संकलन कर रहे थे तभी विद्यालय के सीआरपी तनवीर अख्तर खबर नहीं प्रकाशित करने की धमकी देने लगे। वही समाचार संकलन कर प्रकाशित करने के उपरांत सीआरपी द्वारा दबंगई दिखाते हुए जान से मारने की धमकी देकर थाना में आवेदन देते हुए रंगदारी मांगे जाने की बात कही है। बताते चलें कि ग्रामीणों द्वारा तालाबंदी करने के उपरांत जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा चुरचू प्रखंड के बीईओ नागेश्वर सिंह को जांच के लिए भेजा गया था।
वही मामले की गंभीरता को देखते हुए बड़कागांव पत्रकार संघ के उपस्थिति में पत्रकार बिलाल सगीर एवं मोहम्मद वकार ने सीआरपी तनवीर अख्तर के विरुद्ध बड़कागांव थाना में आवेदन देकर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है व जान माल की सुरक्षा की गुहार लगाई है। वही मामले को संज्ञान में लेते हुए प्रेस क्लब हजारीबाग में अग्रतर कार्रवाई की बात कही है। मौके पर वरिष्ठ पत्रकार उग्रसेन गिरी, पत्रकार दीपक सिन्हा, पत्रकार उमेश कुमार दांगी, नरेश कुमार, विकास रंजन, रितेश ठाकुर, रियासत हसन, पिंटू कुशवाहा, अमित कुमार मालाकार, रेहान फ़ज़ल, आनंद कुमार, सुनील कुमार साहू, सज्जाद राही, हरिश्चंद्र कुमार, आशीष कुमार के अलावा बड़कागांव प्रखंड के अन्य पत्रकार गण मौजूद थे।
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