रामगढ़: झारखंड के रामगढ़ जिला के विधानसभा सीट पर चुनावी रण की तैयारी पूरी हो चुकी है। उम्मीदवारों का घोषणा अब तक नहीं हुआ है लेकिन चेहरे लगभग साफ हैं. इस सीट पर आजसू और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला होता रहा है. आंकड़े गवाह हैं पिछले 3 बार हुए चुनाव में दोनों दलों के बीच ही 60-70 प्रतिशत वोट बंटते रहे हैं.
पिछले चुनाव पर नजर डालें तो कांग्रेस प्रत्याशी ममता देवी ने 44.70 प्रतिशत वोट लाकर जीत हासिल कर ली थी. आजसू को 31.86 और भाजपा को 14.26 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे. इस बार संभावना है कि भाजपा और आजसू इस सीट पर साथ चुनाव लड़ेगी.
दरअसल, चुनाव आयोग रामगढ़ उप चुनाव की अधिसूचना मंगलवार 31 जनवरी को जारी करेगा. इसके बाद नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी. 7 फरवरी तक प्रत्याशियों का नामांकन लिया जायेगा. 8 फरवरी को स्क्रूटनी होगी. नाम वापसी की अंतिम तिथि 10 फरवरी है. 27 फरवरी को मतदान और 2 मार्च को मतगणना है.
हालाकिं, इस चुनाव में अबतक किसी पार्टी ने उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है. कांग्रेस की तरफ से 2 दावेदारों के बीच चुनाव से पहले ही लड़ाई है. कांग्रेस की पूर्व विधायक ममता देवी (Former MLA Mamta Devi) के देवर अमित महतो इस सीट पर दांवा ठोंक रहे हैं तो दूसरी तरफ ममता देवी के पति बंजरंग महतो भी टिकट की दावेदारी में आगे हैं. चर्चा तेज है कि बजरंग महतो ही कांग्रेस से उम्मीदवार होंगे. अब आजसू की इस परंपरागत सीट पर सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी (MP Chandraprakash Chowdhary) की पत्नी सुनीता चौधरी चुनावी मैदान में उतर रही हैं. यूपीए एवं एनडीए ने अब तक उम्मीदवारों का घोषणा नहीं किया है.
वहीं, बिहार से अलग होने के बाद पहली बार यहां साल 2005 में विधानसभा चुनाव हुए थे. इस सीट पर आजसू के चंद्र प्रकाश चौधरी ने जीत हासिल की थी यह जीत 2005, 2009 और 2014 तक कामय रही. वर्ष 2019 में जब चंद्रप्रकाश चौधरी गिरिडीह से सांसद बन गये. अपनी पत्नी सुनीता चौधरी को मैदान में उतारा. मगर इस सीट पर कांग्रेस की ममता देवी ने बाजी मार ली.
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