जमशेदपुर. जिला प्रशासन ने टाटा स्टील कंपनी (Tata Steel Company) को न्यूवोको सीमेंट कंपनी (Nuvoco Cement Company) का लीज रेंट व सैरात बाजार से वसूली गई राशि जमा करने को कहा है. यह रकम करीब 761 करोड़ रुपए है. इसमें से 744 करोड़ रुपए न्यूवोको कंपनी पर जबकि 17.66 करोड़ सैरात बाजार का बकाया है.
प्रशासन ने राशि जमा नहीं किए जाने पर पब्लिक डिमांड एक्ट रिकवरी एक्ट 1914 के तहत कंपनी प्रबंधन के खिलाफ नीलामपत्र वाद कोर्ट में दर्ज कर कार्रवाई की चेतावनी भी दी है. डीसी विजया जाधव (DC Vijaya Jadhav) की ओर से बकाया राशि का भुगतान करने के लिए टाटा स्टील लिमिटेड के चीफ कॉर्पोरेट एडमिनिस्ट्रेशन को रिमांडर लेटर भेजा है.
दरअसल, न्यूवोको कंपनी (पूर्व में लाफार्ज सीमेंट) की स्थापना टाटा लीज की भूमि पर की गई है. टाटा स्टील कंपनी से लाफार्ज इंडिया लिमिटेड को 129.70 एकड़ भूमि बिना लीज की प्रक्रिया को पूरा किए एग्रीमेंट के आधार पर दे दी गई थी. सबलीज की औपचारिकता पूरी करने के लिए जिला स्तर पर गठित एप्रोप्रिएट मशीनरी कमेटी (AMC) से मंजूरी नहीं ली गई थी.
आपको बता दें की लाफार्ज इंडिया लिमिटेड से पहले टाटा सीमेंट कंपनी थी. टाटा स्टील से टाटा सीमेंट कंपनी मेसर्स लाफार्ज इडिंया लिमिटेड को बेची गई थी. कंपनी की बिक्री किए जाने के बाद जमीन हस्तांतरण की प्रक्रिया पूरी करनी थी, जिसे टाटा स्टील प्रबंधन ने पूरा नहीं किया. जिला स्तर पर गठित एएमसी से प्रस्ताव पारित कर निबंधन, भूमि सुधार व राजस्व विभाग को भेजे बिना ही जमीन सबलीज पर दे दी. बाद में लाफार्ज को न्यूवोको ने खरीद लिया। न्यूवोको पर 7 अरब 44 करोड़ 38 लाख 516 रुपए बकाया है.
1997 के लीज भूमि के मूल्यांकन मूल्य के आधार पर राशि की गणना की गई है. 2020 में तत्कालीन डीसी रवि शंकर शुक्ला व 2021 में तत्कालीन डीसी सूरज कुमार ने टाटा स्टील प्रबंधन को पत्र लिखकर राशि का भुगतान करने के लिए कहा था. डीसी विजया जाधव ने भी टाटा स्टील को पत्र लिखा था लेकिन कंपनी की ओर से राशि जमा नहीं की गई और न ही कोई प्रतिक्रिया व्यक्त की. शहर के 10 सैरात बाजार से वसूली गई राशि ब्याज सहित सरकारी खाते में जमा करने को लेकर टाटा स्टील कंपनी की चीफ कॉर्पोरेट सर्सिवेज को पत्र लिखा गया है. टाटा स्टील ने शहर के 10 सैरात बाजार से पिछले 25 वर्षों से कंपनी की ओर से निर्मित दुकान, कियोस्क व स्टाल के संचालनकर्ताओं से राशि की वसूली की, पर सरकारी खाते में राशि जमा नहीं कराई.
वित्तीय वर्ष 1997-98 से 2021-22 तक की बकाया राशि का जमशेदपुर सीओ अमित कुमार श्रीवास्तव (CO Amit Kumar Srivastava) व जिला लेखा पदाधिकारी धनंजय उरांव ने ब्याज समेत आकलन किया है. टाटा स्टील से 13 प्रतिशत ब्याज से बकाया राशि की वसूली की जा रही है.
वहीं, सैरात बाजार की कुल बकाया राशि 6 करोड़, 56 लाख 29 हजार 414 रुपए है जिस पर ब्याज 11 करोड़ 10 लाख 46 हजार 832 रुपए निर्धारित किया गया है. 31 मार्च तक सैरात बाजार की राशि जमा करने के लिए कहा गया है। टाटा स्टील के इस रवैये के कारण सैरात बाजार टाटा स्टील से वापस लेकर जेएनएसी (JNAC) को सौंप दिया था.
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