Politic In Bihar: बिहार में शराबबंदी को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है। सारण में जहरीली शराब पीने से मौत के बाद हाहाकार मचा है। वहीं शराब मामले को लेकर बिहार में सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने-सामने है। एक तरफ जहां विपक्षी दल भाजपा ने महागठबंधन सरकार को मौत मामले पर घेरा है वहीं सत्ता पक्ष ने भाजपा के नीयत पर सवाल खड़े किये हैं। इस बीच अब मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री दोनों ने एक के बाद एक करके शराबबंदी खत्म करने का जिक्र कर लिया।
दरअसल, सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के द्वारा सदन में इसका जिक्र करना और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Deputy CM Tejashwi Yadav) के द्वारा भी इस मुद्दे पर बयान देने के पीछे शराबबंदी खत्म करने की बात नहीं बल्कि उससे जुड़े सवालों से विपक्ष को घेरा है। पिछले दिनों जब विधानसभा में भाजपा ने सरकार को घेरा तो सीएम नीतीश कुमार ने कहा था कि अगर आप सबों की इच्छा यही है तो सब मिलकर तय कर लीजिए कि शराबबंदी को खत्म करना है। वहीं सीएम ने कड़े शब्दों में कहा है कि शराबबंदी बिहार में बेहद जरूरी है और इसे सफल बनाने की दिशा में लगातार लगा जाएगा।
वहीं, शराबबंदी से मचे घमासान के बीच तेजस्वी यादव ने भी भाजपा पर हमला बोला। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा कि भाजपा खुलकर यह क्यों नहीं कहती कि बिहार में शराबबंदी खत्म कर देनी चाहिए। कहा कि दरअसल, भाजपा की कथनी और करनी में काफी फर्क है। तेजस्वी ने कहा कि भाजपा को बिहार हित से कोई लेना देना नहीं है। सत्र में जनता के पक्ष में कोई सवाल नहीं उठाया।
तेजस्वी यादव ने कहा कि भाजपा शासित जिन राज्यों में शराब पीने से लोगों की मौत हो रही है उनके लिए भाजपा के पास क्या जवाब है। वहां के लोग खामोश क्यों हैं. बता दें कि सारण में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत हुई है। जिसके बाद मुआवजा और पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर सरकार पर विपक्ष हावी है।
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