बड़कागांव: गोंदलपुरा खनन परियोजना के तहत अदाणी फाउंडेशन ने सोमवार को टीबी के 60 इलाजरत मरीजों के बीच दूसरे चरण का पोषण किट वितरित किया। इससे पहले इनके बीच पहले चरण में 22 सितम्बर को पोषण किट बांटा गया था। प्रधानमंत्री निक्षय पोषण योजना के तहत बांटे गए इस किट में आहार सामग्रियों जैसे – हॉर्लिक्स, च्वयनप्राश, दाल, चना, गुड़, मूंग और सरसों तेल आदि शामिल थे। ये सभी मरीज आर्थिक रूप से कमजोर हैं, जिन्हें अदाणी फॉउंडेशन ने गोद लिया है।
बड़कागांव स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि हज़ारीबाग के जिला यक्ष्मा पदाधिकारी आरके जायसवाल ने कहा कि अदाणी फॉउंडेशन की यह प्रयास बेहद सराहनीय है। आगे उन्होंने कहा कि अदाणी फॉउंडेशन के सहयोग से टीबी के मरीजों की संख्या में कमी लाने के प्रयासों को मदद मिलेगी। इस दौरान उन्होंने टीबी बीमारी के लक्षणों के बारे में आम लोगों को जानकारी दी और उससे बचाव के उपाय बताए।
बड़कागांव प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ बीएन प्रसाद ने आम लोगों से टीबी जैसी बीमारी से ग्रसित होने के बाद उसे नहीं छिपाने की अपील की। उन्होंने कहा कि सही समय पर उपचार से टीबी से हमेशा के लिए छुटकारा मिल सकता है। कार्यक्रम का संचालन करते हुए हजारीबाग के जिला कार्यक्रम समन्वयक टीपू सुल्तान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा है, जिसे पूरा करने में ऐसी कोशिशें रंग लाएंगी। अदाणी फॉउंडेशन के इस पहल की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के बाद आने वाले दिनों में इस इलाके में काम करने वाली और भी कंपनियां टीबी मरीजों के लिए आगे आएंगी। फॉउंडेशन का यह प्रयास मील का पत्थर साबित होगा। कार्यक्रम में अदाणी इंटरप्राइजेज लिमिटेड के जनरल मैनेजर और साइट हेड धर्मेंद्र दूबे ने कहा कि अदाणी फॉउंडेशन की ओर से लगातार जनकल्याण के कार्य किए जा रहे हैं। अदाणी फॉउंडेशन की टीम सीएसआर के तहत और भी कार्यों को पूरा करने के लिए उत्साहित है।
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