Crime In Jharkhand: रांची के मैकलुस्कीगंज में के एक मलार जनजाति परिवार ने अपनी दुधमुही बच्ची को बेच दिया. हालांकि जैसे ही इस मामले का खुलासा हुआ उन्होंने फिर बच्ची को वापस ले लिया। बच्ची के एवज में इस दंपत्ति को 20500 रुपये मिले थे।
जानकारी के अनुसार, मैकलुस्कीगंज के मलारटोला में रहने वाले एक मलार दंपत्ति ने अपनी लगभग एक महीने की बच्ची को रांची के एक मुस्लिम परिवार को बेच दिया। गुरुवार को वह मुस्लिम परिवार मैकलुस्कीगंज में रहने वाली एक शख्स के जरिए मलार टोली पहुंचा था। बच्ची के एवज में उसने मलार दंपत्ति को 20500 रुपए दिए और बकायदा एक कागज में बच्ची के देने संबंधी सहमति पत्र लिखवाया।
हालांकि, जब इस मामले का खुलासा हुआ तो बच्ची के पिता ने बताया कि वह नशे में था और बच्चा लेने वाले ने ही उसे जमकर शराब पिलाई थी. इसके बाद उसने अंगूठे का निशान एक पेपर पर ले लिया। समाज के कई लोग इसके गवाह भी बने. इस मामले में ग्रामीणों का कहना है कि जिस दिन बच्ची का सौदा हुआ उस दिन गांव के अधिकांश लोग मुड़मा मेला देखने गए थे। वापस लौटने के बाद लोगों को इसकी बात की जानकारी मिली, तो बजरंग दल से जुड़े एक स्थानीय कार्यकर्त्ता को इसकी जानकारी दी गई. जिसके बाद उन्होंने वरीय पदाधिकारियों से संपर्क साधा और बच्ची की वापसी सुनिश्चित हुई।
वहीं, मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन के उच्च अधिकारियों को इस घटना से अवगत गया गया और बच्ची को तुरंत वापस लाने की मांग की गई। बजरंगदल की सक्रियता देख बच्ची के खरीद बिक्री में शामिल लोग हरकत में आए और शनिवार को बच्ची को वापस उसके माता पिता को सौंप दिया। बताया जा रहा है कि बच्ची के खरीदार मुस्लिम दंपत्ति मलार दंपत्ति को दिए गए पैसों की मांग कर रहे हैं. पुलिस इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आगे की कार्रवाई में जुट गई है, पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है बच्चा देने में किन-किन लोगों की सहभागिता थी।
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