Ranchi: स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आज झारखंड की राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) ने झंडोत्तोलन किया. इसके बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के स्थापना दिवस समारोह के दिन से सीएम सारथी योजना शुरू की जा रही है, जिसके तहत विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निशुल्क प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जायेगा. देश के प्रतिष्ठित संस्थानों में अध्ययन के लिए गुरूजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्य भी शुरू करने की घोषणा की. उन्होंने सरकार की ओर से शुरू की गयी योजनाओं का बखान किया. CM ने कहा कि झारखंड सरकार अगले 6 महीने में सरकारी स्कूलों पर रिक्त 37 हजार पदों को भरा जाएगा. इन पदों पर विशेष अभियान चला कर नियुक्ति की जायेगी.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि हम भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं. हमें यह आजादी वीर योद्धाओं के शहादत के बाद मिली है. उन्होंने कहा कि झारखंड के वीर सपूतों धरती आबा बिरसा मुंडा, वीर सिद्धो-कान्हू, तिलका मांझी, चांद-भैरव, फूलो-झानो, बुद्धू भगत, जतरा टाना भगत, नीलांबर-पीतांबर, पांडेय गणपत राय, विश्वनाथ शाहदेव, टिकैत उमराव सहित अन्य के संघर्ष की गौरव गाथा हमें साहस और संबल प्रदान करता है.
झारखंड सरकार ने फसल राहत योजना के तहत कम बारिश को देखते हुए तत्काल 100 करोड़ की राशि की व्यवस्था कृषि उत्पादन में आर्थिक नुकसान की भरपायी के लिए की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूलों में आइसीटी लैब और स्मार्ट क्लास की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है. राज्य में जिला स्तर पर 80 उत्कृष्ट विद्यालयों एवं प्रखंड स्तर पर 305 आदर्श विद्यालयों की स्थापना पर तेजी से कार्य किये जा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालयों में 2716 पदों पर नियुक्ति के लिए झारखंड लोक सेवा आयोग को आगे की कार्रवाई करने को निर्देश दिया गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आठ बड़ी सड़क परियोजनाओं की स्वीकृति भी सरकार की तरफ से दे दी गयी है. इसके तहत 1570 किलोमीटर तक की फोर लेन सड़क का निर्माण किया जायेगा. इसमें 30 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे. भारतमाला योजना के तहत स्वीकृत अन्य सड़कों और स्टेट हाईवे का निर्माण भी तेजी से हो रहा है, ताकि शहरों में ट्रैफिक जाम की समस्या से छुटकारा मिल सकेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने प्री मैट्रिक और पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति के तहत 28 लाख बच्चों को 583 करोड़ रुपये की छात्रवृति दी गयी है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2020 में अनुसूचित जनजाति के 10 छात्र-छात्राओं को विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना का आरंभ किया गया था. वित्तीय वर्ष 2022-23 से इस योजना का विस्तार करते हुए अनुसूचित जनजाति के अलावा अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं को भी इस योजना से लाभान्वित किए जाने का निर्णय लिया गया है. वहीं, सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि कमजोर एवं पिछड़े वर्ग के छात्र-छात्राओं की शिक्षा में कोई व्यवधान न हो, इसके लिए राज्य सरकार द्वारा प्री मैट्रिक एवं पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना के तहत आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है. वित्तीय वर्ष 2021-22 में प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना (Pre Matric Scholarship Scheme) के अंतर्गत 24 लाख छात्र-छात्राओं को 282 करोड़ की राशि एवं पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना (Post Matric Scholarship Scheme) के अंतर्गत 4 लाख छात्र-छात्राओं को 301 करोड़ की राशि दी गई है.
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