Patna :बिहार में JDU और BJP के बीच गठबंधन 5 साल बाद फिर टूट गया है. CM नीतीश कुमार ने मंगलवार शाम 4 बजे राज्यपाल फागू चौहान को अपना इस्तीफा सौंप दिया. नीतीश ने तुरंत ही नई सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया. उन्होंने राज्यपाल को 160 विधायकों के समर्थन की चिट्ठी सौंपी. इधर, बिहार बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा जो कुछ भी हुआ है ये जनता के साथ धोखा है. धोखा का जवाब बिहार की जनता जरुर देगी
2017 में महागठबंधन छोड़ने पर अफसोस: नीतीश कुमार
राबड़ी देवी के घर पर मुलाकात के बीच नीतीश कुमार ने एक बार फिर नई शुरुआत करने पर जोर दिया है. उनके अनुसार अब बिहार में फिर से साथ में काम किया जाएगा. 2017 में महागठबंधन छोड़ने पर उन्हें भी अफसोस है. वैसे उस मुलाकात के बाद तेजस्वी यादव ने नीतीश को समर्थन वाली चिट्ठी दे दी है.
सोनिया-राहुल से मिल सकते हैं नीतीश
नीतीश कुमार दिल्ली जा कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी से भी मुलाकात कर सकते हैं. कांग्रेस की तरफ से ऐसी खबर आई है कि नई सरकार पर मंथन करने के बाद नीतीश दिल्ली जा सकते हैं. नई सरकार में कांग्रेस खुद के लिए स्पीकर के साथ-साथ तीन से चार मंत्री पद मांग रही है. इधर, जीतन राम मांझी की पार्टी HAM ने भी नीतीश को समर्थन का ऐलान कर दिया है. उनके पास 4 विधायक हैं. ऐसे में नीतीश के पास अब 164 विधायकों का समर्थन है.
बिहार से निकला BJP भगाओ नारा :अखिलेश यादव
वहीं, बिहार में तेजी से बदलते राजनीतिक घटनाक्रम पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhlesh Yadav) ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि ये एक अच्छी शुरुआत है. आज ही के दिन नारा दिया गया था अंग्रेजों भारत छोड़ो. आज नारा दिया जा रहा है बीजेपी भगाओ. मुझे उम्मीद है कि अब दूसरी पार्टियां भी बीजेपी के खिलाफ खड़ी होंगी.
5 साल के लिए जनता ने सरकार को चुना :PK
प्रशांत किशोर ने यह बातें सिवान के सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत के दौरान कही. उन्होंने कहा की बिहार की जनता ने NDA के नाम पर नीतीश कुमार को बहुमत दिया था. अभी जो भी सरकार है जनता ने उसे 5 साल के लिए चुना है. इसी तरह जनता ने पिछली बार महागठबंधन को चुना था लेकिन 2017 में नीतीश कुमार ने उसे छोड़ कर एक नया फॉर्मैशन बना लिया था लेकिन सरकार तो पांच साल तक चली थी. ऐसे में अगर मध्यावधि चुनाव होता है तो इसका बोझ जनता पर ही पड़ेगा.
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