Bihar News: पटना में आरजेडी और वामदलों के विधायकों और विधान पार्षदों ने विधानसभा से राजभवन तक मार्च किया। अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग को लेकर तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के नेतृत्व में मार्च निकाला गया था। इस मार्च में कांग्रेस की तरफ से कोई नहीं था।
दरअसल अग्निपथ स्कीम (Agneepath Scheme) को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि देश का हर युवा इस योजना के खिलाफ है। केंद्र सरकार, बिहार सरकार युवाओं को रोजगार भी नहीं दे रही। इस दिशा में भी कुछ ठोस कदम उठाना चाहिए। युवाओं के लिए हम सड़क से लेकर सदन तक लड़ते रहेंगे। केंद्र सरकार खुद बैकफुट पर है।
हालाकिं, तेजस्वी यादव ने कहा कि ऐसे कई लोग हैं जिनका सिर्फ ज्वाइनिंग लेटर आना था। उनकी सारी चीजें फाइनल हो गईं लेकिन अब उन्हें भी सारी प्रक्रिया से दोबारा गुजरना पड़ेगा। इसको लेकर अब लोगों के मन में आक्रोश है। नौजवान चिंतित हैं, बीजेपी वाले चाहते हैं कि नौजवानों से अपने कार्यालय की चौकीदारी करवाएं। केंद्र सरकार कानून को जल्द वापस लेना होगा। सरकार कानून बना सकती है और बदल सकती है, लेकिन जनता सरकार बना सकती है और गिरा भी सकती है।
वहीं, तेजस्वी यादव ने कहा कि हमने बिहार के राज्यपाल से मिलकर मांग कि है कि जितने भी एफआईआर (FIR) हुए हैं, छात्र जेल में बंद हैं, उनकी एफआईआर वापस ली जाए और उनको जेल से छोड़ा जाए। सभी छात्र, नौजवान, भविष्य को लेकर चिंतित थे। हमने इसपर 20 सवाल भी उठाए थे। उसका जवाब अभी तक हम लोगों को नहीं मिला है।
आगे उसने कहा “इस स्कीम से देश के 75% युवाओं के बेरोजगार होने की पूरी संभावना है। आरएसएस (RSS) का हिडेन एजेंडा है। उनकी साजिश है। पहले रेल बेचा सेल बेचा, जहाज बेचा, टेलिफोन बीएसएनएल बेचा, देश की सारी संपत्ति बेच दी गयी। सभी संवैधिनिक संस्थाओं पर आरएसएस का कब्जा करा दिया गया। फिर किसानों पर साजिश चली। किसानों के बाद अब भारतीय सेना पर हस्तक्षेप कर रहे हैं। ये किसी भी हाल में हमलोग सहेंगे नहीं। राज्यपाल से हमने मांग की है कि छात्रों पर दर्ज एफआईआर वापस ली जाए, उन्हें जेल से रिहा किया जाए.”- तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष
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