Gumla: झारखंड के गुमला जिला से एक हैरान कर देने वाली मामला सामने आयी है। गुमला पुलिस ने ओडिशा जाने वाले बस से रुपयों भरा बैग बरामद किया है। बता दें कि 3 दोस्त दिल्ली के एक स्वर्ण कारोबारी से 6 करोड़ 54 लाख रु लेकर गुमला के रास्ते ओडिशा भाग रहे थे। गुमला पुलिस को इस बात की गुप्त सूचना मिली थी. गुमला पुलिस की कार्रवाई में बस की डिक्की में पैसों से भरा बैग पाया गया। मामले में गुमला पुलिस ने 22 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. फिलहाल उसके बाकी 2 साथियों की तलाश जारी है.
इस मामले को लेकर गुमला एसपी एहतेशाम वकारिब (SP Ehtesham Waqarib) ने बताया कि -बैंक अधिकारियों ने नोट गिनने वाली मशीन से रुपयों की गिनती की। कुल 6.54 करोड़ रुपये बरामद हुए। रुपयों के गिनती में 5 मशीनें और करीब 10 SBI बैंक कर्मी भी लगाए गए थे। करीब 6 घंटे तक नोटों की गिनती की गई। इसे दिल्ली के करोलबाग स्थित एक स्वर्णव्यवसायी की दुकान से चुराया गया था. SP ने बताया कि बैग से नकदी के अलावा सोने की एक चैन, सोने की 3 अंगूठिगूयां (पत्थर लगी हुईं) और मोबाइल फोन भी बरामद किए गए. बता दें कि आयकर विभाग की टीम भी कार्रवाई में शामिल थी।
दरअसल, पुलिस ने कार्रवाई में रुपये से भरे बैग के साथ मो. फरीद को गिरफ्तार किया। पुलिस की पूछताछ में फरीद ने पुलिस बताया वह राउरकेला मालगोदाम काली मंदिर के पास,थाना उदित नगर जिला सुन्दरगढ़ ओडिशा का रहनेवाला है. फरीद ने यह भी बताया कि उसका दोस्त विशाल मंडल इस चोरी का मास्टरमाइंड था. उसके साथ एक और दोस्त मो. कैफ शामिल था. तीनों के साथ मिल कर नई दिल्ली के करोलबाग गली नम्बर -6 से चोरी की थी। उसके दोनों दोस्त विशाल मंडल पिता अनिल मंडल व मो. कैफ पिता मकसूद आलम राउरकेला मालगोदाम, काली मंदिर के पास थाना उदित नगर जिला सुंदरगढ़ के ही रहनेवाले हैं.
आपको बता दें की फरीद ने चोरी की घटना को अंजाम देने से पहले के प्लान भी पुलिस को बताया उसने कहा कि विशाल ने ही उसे और मो. कैफ को नई दिल्ली बुलाया था। योजनाबद्ध तरीके से चोरी कर नई दिल्ली से डाल्टनगंज आनेवाली बस से तीनों डाल्टनगंज पहुंचे. डालटेनगंज से राउरकेला जानेवाली गुप्ता बस पर सभी बैग को डिक्की में डालकर राउरकेला जा रहे थे। इसी बीच बस में साथ आ रहे विशाल मंडल और मो. कैफ बहाना बनाकर उतर गये। वह बस से नहीं उतरा और पकड़ा गया.
वहीं, मामले की कार्रवाई के बीच करोलबाग (नई दिल्ली) के राधे इंटरनेशनल के मालिक शक्ति जैन भी गुरुवार को गुमला पहुंचे और बरामद हुए रुपए को अपना बताया और साक्ष्य के रुप में अपने दस्तावेज भी प्रस्तुत किए. लेकिन आयकर विभाग और गुमला पुलिस इसे पर्याप्त मानने से इनकार कर रही है. पुलिस मामले की तह तक जांच कर रही है. पुलिस पूरी छानबीन करने के बाद ही इन रुपए को उसके असली मालिक को सौपेगी. फिल्हाल मामले की पूरी छीनबीन की जा रही है और दो फरार मुजरिमों की भी तलाश की जा रही है।
Average Rating